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फीफा अंडर- 17 विश्व कप : स्पेन और इंग्लैंड में होगा खिताबी मुकाबला

ब्राजील और माली अब तीसरे स्थान के लिए भिड़ेंगे

Bhasha

अबेल रूईज के दो गोल और रक्षापंक्ति के बेहतरीन प्रदर्शन से स्पेन ने बुधवार को नवी मुंबई में पिछली बार के उप विजेता माली को 3-1 से हराकर फीफा अंडर- 17 विश्व कप के फाइनल में प्रवेश किया, जहां उसका मुकाबला एक अन्य यूरोपीय टीम इंग्लैंड से होगा.

इंग्लैंड ने इससे पहले कोलकाता में खेले गए पहले पहले सेमीफाइनल में तीन बार के चैंपियन ब्राजील को 3-1 से हराया था. यह इस टूर्नामेंट के इतिहास में पहला अवसर है जबकि दो यूरोपीय टीमें फाइनल में पहुंची हैं, स्पेन चौथी बार खिताबी मुकाबले में जगह बनाने में सफल रहा. इससे पहले 1991, 2003 और 2007 में फाइनल में पहुंचा था, लेकिन तीनों अवसरों पर उसे उपविजेता से संतोष करना पड़ा था.


स्पेन मैच में शुरू से ही हावी हो गया था. उसकी तरफ से रूईज ने 19वें मिनट में पेनल्टी पर पहला गोल किया और फिर 43वें मिनट में मैदानी गोल दागा. फेरान टोरेस ने 71वें मिनट में तीसरा गोल करके टीम की जीत सुनिश्चित की. माली की लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंचने की मंशा पूरी नहीं हो पायी. उसकी तरफ से एकमात्र गोल लसाना एनडियाए ने 74वें मिनट में किया. माली को अब तीसरे स्थान के लिए ब्राजील से भिड़ना होगा.

स्पेन ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन माली ने भी जवाबी हमले करने में कोताही नहीं बरती. पहले दस मिनट में ही एनडियाए ने कुछ अच्छे मौके बनाए, लेकिन स्पेन की रक्षापंक्ति पूरी तरह से मुस्तैद थी और उसने आखिर तक अपनी यह सतर्कता बनाए रखी. स्पेन को हालांकि सीजर गिलबर्ट को बॉक्स के अंदर गिराए जाने के कारण पेनल्टी मिली जिसे रूईज ने आसानी से गोल में बदला.

माली ने हालांकि हार नहीं मानी और स्पेन पर लगातार दबाव बनाए रखा, लेकिन वह यूरोपीय टीम को दूसरा गोल करने से नहीं रोक पाई, गिलबर्ट ने फिर से अहम भूमिका निभाई. इस बार उन्होंने रूईज को खूबसूरत पास दिया जिन्होंने 20 गज की दूरी से करारा शॉट लगाकर स्पेन को 2-0 से आगे किया. माली का खेल हालांकि देखने लायक था. वे कुछ अवसरों पर गोल करने के बेहद करीब पहुंचे. भाग्य भी उनके साथ नहीं था क्योंकि एक अवसर पर चीक ओमार डोकोर का शॉट बार से टकरा गया.

ऐसे में जबकि माली वापसी के लिए संघर्ष कर रहा था तब रूईज और सर्जियो गोमेज ने गेंद बनाकर टोरेस को गेंद थमाई जिन्होंने स्पेन की बढ़त 3-0 कर दी. इसके तुरंत बाद एनडियाए ने माली की तरफ से गोल किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. स्पेन के रक्षकों ने इसके बाद माली के हमलों को नाकाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी.

इंग्लैंड ने रियान ब्रेवस्टर की लगातार दूसरी हैट्रिक से रचा इतिहास

रियान ब्रेवस्टर की लगातार दूसरी हैट्रिक की बदौलत इंग्लैंड ने तीन बार के पूर्व चैंपियन ब्राजील को विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन में बुधवार को 3-1 से धोकर पहली बार फीफा अंडर-17 विश्व कप फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश कर लिया. इंग्लैंड ने खिताब के प्रबल दावेदार और दर्शकों के चहेते ब्राजील की सशक्त टीम को पूरे मैच में कोई मौका नहीं दिया.

इंग्लैंड ने टूर्नामेंट में अपना शानदार प्रदर्शन सेमीफाइनल में भी बरकरार रखा और खिताब के प्रबल दावेदार माने जा रहे ब्राजील का मानमर्दन कर दिया. इंग्लैंड के लिए अमेरिका के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में 4-1 की शानदार जीत में बेहतरीन हैट्रिक जमाने वाले ब्रेवस्टर ने एक बार फिर अपना कमाल दिखाया और ब्राजील के खिलाफ भी हैट्रिक ठोक दी.

ब्रेवस्टर ने 10वें, 39वें और 77वें मिनट में गोल किए. ब्रेवस्टर के टूर्नामेंट में अब सात गोल हो चुके हैं और इसके साथ ही गोल्डन शू के प्रबल दावेदार बन गए हैं. ब्राजील का एकमात्र गोल वेस्ली ने 21वें मिनट में किया.

यह मैच पहले गुवाहाटी में होना था, लेकिन अंतिम क्षणों में कोलकाता को इसकी मेजबानी सौंपी गयी इसके बावजूद यहां 63881 दर्शक पहुंचे थे. दर्शकों का ब्राजील को भरपूर समर्थन मिल रहा था, लेकिन इंग्लैंड की टीम और उसके चंद समर्थकों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा क्योंकि उनकी टीम ने बेहतरीन खेल दिखाया. इंग्लैंड के मिडफील्डर एमिली स्मिथ रोव भी अपनी टीम का हौसला बढ़ाने के लिए यहां उपस्थित थे.

दर्शकों का अपार समर्थन भी ब्राजीली खिलाड़ियों से उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं करवा पाया. लिवरपूल के स्ट्राइकर ब्रेवस्टर ने कैलम हडसन ओडोइ के क्रास पर रिबाउंड पर गोल करके इंग्लैंड को दसवें मिनट में बढ़त दिला दी थी. ब्राजील ने हालांकि वेस्ले के गोल से बराबरी करके मैच को रोमांचक मोड़ दे दिया. इंग्लैंड के गोलकीपर कुर्टिस एंडरसन ने पालिन्हो का ताकतवर शॉट तो रोक दिया, लेकिन वेस्ले के शॉट का उनके पास कोई जवाब नहीं था.

जब मैच रोमांचक बन रहा था तभी ब्रेवस्टर ने स्टीव सेसेगनन के क्रास पर गोल करके इंग्लैंड को फिर से बढ़त दिला दी. यह उनका छठा गोल था जिससे वह टूर्नामेंट में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी भी बन गए, इससे यूरोपीय टीम ने मध्यांतर तक 201 से बढ़त बना रखी थी.

ब्राजील के समर्थकों को हालांकि उम्मीद थी कि जिस तरह से जर्मनी के खिलाफ दक्षिण अमेरिकी टीम ने दूसरे हाफ में वापसी करके दो गोल दागे थे, वह यहां भी इसी तरह का चमत्कार दिखाएगी।.इंग्लैंड ने हालांकि जर्मनी जैसी गलती नहीं की और अपनी पूरी ताकत गोल बचाने में लगा दी. ब्राजील की बराबरी की गोल दागने की बेताबी आखिर में उसे महंगी पड़ी क्योंकि इससे उसका रक्षण कमजोर हो गया. ब्रेवस्टर ने इसका फायदा उठाकर स्थानापन्न एमिले स्मिथ रोव के नीचे रहते क्रास पर अपना तीसरा गोल दाग दिया.