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फीफा अंडर-17 विश्व कप : भारतीय खिलाड़ियों को अपने प्रदर्शन पर गर्व होना चाहिए : ह्यूम

पहली बार विश्व कप में खेलना और अपने घरेलू दर्शकों के समक्ष गोल करना, महान उपलब्धि

FP Staff

केरल ब्लास्टर्स एफसी के स्ट्राइकर इयान ह्यूम मानते हैं फीफा अंडर-17 विश्व कप में भारतीय टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया और उनके खिलाड़ियों को इस बात का गर्व होना चाहिए. लीसेस्टर सिटी के पूर्व स्ट्राइकर इयान ह्यूम  भारत में एक जाना पहचाना नाम हैं. हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के इतिहास में सबसे अधिक गोल करने वाले ह्यूम ने लीग के सीजन-4 के लिए केरल ब्लास्टर्स में वापसी की है. इससे पहले बीते दो सीजन में वह एटलेटिको डि कोलकाता के लिए खेले थे.


ह्यूम बीते तीन साल से भारतीय फुटबॉल का हिस्सा हैं और इसी कारण वह भारत में खेले जा रहे फीफा अंडर-17 विश्व कप को लेकर खासे रोमांचित हैं. ह्यूम टीम के साथ स्पेन में अभ्यास कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद वह हर एक मैच पर अपनी नजर बनाए हुए हैं.

ह्यूम यह भी मानते हैं कि भारत हालांकि टूर्नामेंट से बाहर हो चुका है, लेकिन भारतीय खिलाड़ी गर्व के साथ अपने दोस्तों और परिजनों से मिलेंगे क्योंकि एक कठिन ग्रुप में होने के बाद भी इन खिलाड़ियों ने अमेरिका, कोलंबिया और घाना के खिलाफ शानदार खेल दिखाया है.

ह्यूम से जब यह पूछा गया कि पहली बार विश्व कप खेल रही मेजबान भारतीय टीम के प्रदर्शन पर उनकी क्या राय है तो उन्होंने कहा, " ईमानदारी से कहूं तो भारतीय टीम को काफी कठिन ग्रुप में रखा गया था, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने इन सबसे परे शानदार खेल दिखाया और उन्हें अपने प्रदर्शन पर गर्व होना चाहिए. भारत के लिए पहली बार विश्व कप में खेलना और अपने घरेलू दर्शकों के समक्ष गोल करना, महान उपलब्धि है. अब भारतीय खिलाड़ी अपने परिजनों और दोस्तों से गर्व के साथ मिल सकते हैं. भारत के लिए विश्व कप में पहला गोल करने वाला खिलाड़ी बनने के लिए जैक्सन सिंह को बधाई."

भारत के लिए फीफा अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी कितना अहम क्षण है? क्या खेल को लेकर इस जुनून को मैदानी स्तर पर ठोस परिणाम में तब्दील किया जा सकता है.  इस सवाल के जवाब में ह्यूम ने कहा, " विकास की सतत प्रक्रिया और खुद पर यकीन के साथ भारत निश्चित तौर पर विश्व फुटबॉल में एक अहम स्थान हासिल करेगा."

उन्होंने कहा, "बीते तीन-चार सालों में हमने देखा है कि देश में फुटबॉल का स्तर ऊंचा हुआ है. अगर भारतीय फुटबॉल को सही क्षमता तक पहुंचाना है तो फिर यह सब अगले पांच, 10 और 15 सालों तक जारी रखना होगा. भारत में फुटबॉल प्रेमियों के लिए यह रोमांचक क्षण है क्योंकि सभी चीजें सही दिशा में अग्रसर हैं."

ह्यूम से जब यह पूछा गया कि इस साल उनकी नजर में चैंपियन कौन हो सकता है. ह्यूम ने कहा, " इसका जवाब मुश्किल है. ईमानदारी से कहूं तो दावेदारों की सूची लंबी है. इंग्लैंड की टीम यूरो चैंपियनशिप में प्रभाव दिखाने के बाद और अंडर-20 खिताब जीतने के बाद निश्चित तौर पर खिताबी जीत के साथ टूर्नामेंट का समापन चाहेगी. हमेशा की तरह ब्राजील इस बार भी खिताब का दावेदार है. ईरान और फ्रांस को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. अगर मुझे चयन करने को कहा जाए तो फ्रांस या ब्राजील में से कोई एक खिताब जीत सकता है."