view all

FIFA World Cup 2018, England vs Croatia: 5वें मिनट में गोल करने के बावजूद टूट गया इंग्लैंड का 5 दशकों का सपना

विश्व कप सेमीफाइनल में 18 मौकों में यह सिर्फ दूसरी बार है जब पहले हाफ तक बढ़त बनाने वाली टीम को हार का सामना करना पड़ा है

FP Staff


मारियो मानजुकिच के अतिरिक्त समय में दागे गोल की बदौलत क्रोएशिया ने फीफा विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में इंग्लैंड को हराकर पहली बार फाइनल में प्रवेश कर लिया है, जहां उसका सामना फ्रांस से होगा. शुरुआत में पिछड़ने के बाद क्रोएशिया ने दूसरे हाफ में गोल कर स्कोर बराबर किया और निर्धारित समय के बाद मैच 1-1 से बराबर था, जिसके बाद मांजुकिच ने अतिरिक्त समय के दूसरे हाफ में 119वें मिनट में गोल दागकर क्रोएशिया को विश्व कप इतिहास में पहली बार फाइनल में जगह दिला दी.

पांचवें मिनट में ही इंग्लैंड में बना ली थी बढ़त

हालांकि इंग्लैंड ने मैच में काफी तेज शुरुआत की. टीम को 5वें ही मिनट में मैच की पहली फ्री किक मिली जब क्रोएशिया के कप्तान लुका मोड्रिच ने डेले अली के खिलाफ फाउल किया. फ्री किक लेने की जिम्मेदारी ट्रिपियर को सौंपी गई, जिन्होंने 20 गज की दूरी से दमदार शॉट लगाकर गेंद को गोल के अंदर पहुंचा दिया।पहले हाफ तक क्रोएशिया स्कोर बराबर करने के लिए जूझती रही, लेकिन इंग्लैंड के गोल पोस्ट के काफी पहुंचने के बाद भी गोल नहीं कर पाई. दूसरे हाफ में 68वें मिनट में इवान पेरिसिच (68वें मिनट) ने क्रोएशिया को बराबरी दिला दी.

ट्रिपियर वर्ष 2006 में इक्वाडोर के खिलाफ डेविड बैकहम के गोल के बाद इंग्लैंड के पहले खिलाड़ी हैं जिन्होंने विश्व कप में फ्री किक पर सीधा गोल किया.

मौकों को भुना नहीं पाई इंग्लिश टीम

इंग्लैंड को 12वें और 14वें मिनट में दो कार्नर भी मिले, लेकिन टीम इनका फायदा नहीं उठा सकी. दूसरे प्रयास में ट्रिपियर की कार्नर किक पर हैरी मैग्वायर के पास हैडर से गोल करने का मौका था लेकिन उनका शॉट गोल के करीब से बाहर निकल गया. इंग्लैंड को 30वें मिनट में बढ़त दुगुना करने का सुनहरा मौका मिला था, जब क्रोएशिया के पेनल्टी बॉक्स में मची अफरातफरी के बाद गेंद केन के पास पहुंची. उन्हें क्रोएशियाई गेकोलकीपर को छकाकर गेंद को गोल में पहुंचाना था, लेकिन गोलकीपर ने उनके शॉट को रोक दिया. रिबाउंड पर हालांकि गेंद दोबारा केन के पास पहुंची और इस बार वह शॉट को गोल पोस्ट पर मार बैठे.

क्रोएशिया भी चूकी

ऐसा नहीं है कि सिर्फ इंग्लैंड ही कई मौकों पर चूकी, क्रोएशिया भी कई मौकों को भुना नहीं पाई। टीम को जब 19वें मिनट में बराबरी का मौका मिला था, दाईं छोर से बने अच्छे मूव पर गेंद पेरिसिच के पास पहुंची, लेकिन उनका शॉट गोलकीपर जोर्डन पिकफोर्ड के दाईं ओर से बाहर निकल गया. यहीं नहीं 68वें मिनट में हुउ बराबरी के गोल के दो मिनट बाद ही क्रोएशिया के पास स्कोर मजबूत करने का और बढ़त हासिल करने का मौका था। दो मिनट बाद पेरिसिच को बाएं छोर से गोल करने का मौका मिला लेकिन पिकफोर्ड को छकाने के बावजूद उनका शॉट गोल पोस्ट से टकरा गया. रिबाउंड पर रेबिच भी गेंद को सीधे पिकफोर्ड के हाथों में खेल गए.

अंतिम 10 मिनट में हुए एक के बाद अटैक

दोनों टीम नतीजे के लिए अतिरिक्त समय में जाने से बचना चाहती थी और ऐसे में आखिरी के 10 मिनट में दोनों ही तरफ से एक के बाद एक अटैक हुए।लिंगार्ड इंग्लैंड को एक बार फिर बढ़त दिलाने के करीब पहुंचे थे, लेकिन दाएं छोर से लगाया उनका शॉ अमामूली अंतर से निशाने से चूक गया. मांजुकिच इसके बाद क्रोएशिया को बढ़त दिलाने में नाकाम रहे और बेहद करीब से अपने शॉट को पिकफोर्ड की ओर खेल गए. इवान राकितिक के फाउल पर इंग्लैंड को इंजरी टाइम के पहले मिनट में फ्री किक मिली लेकिन इस बार ट्रिपियर कोई कारनामा नहीं कर पाए.

दूसरी बार कोई टीम शुरुआती बढ़त के बाद हार गई

विश्व कप सेमीफाइनल में 18 मौकों में यह सिर्फ दूसरी बार है जब पहले हाफ तक बढ़त बनाने वाली टीम को हार का सामना करना पड़ा है. इससे पहले 1990 में इटली की टीम अर्जेन्टीना के खिलाफ बढ़त बनाने के बावजूद पेनल्टी शूटआउट में हार गई थी. इसके साथ ही इंग्लैंड की टीम का पांच से अधिक दशक बाद दूसरी बार फाइनल में जगह बनाने का सपना भी टूट गया. इंग्लैंड ने पहली और एकमात्र बार 1966 में फाइनल में जगह बनाई थी और तब अपनी सरजमीं पर खिताब जीतने में सफल रहा था.