टीम इंडिया में सेलेक्शन के लिए फिटनेस का टेस्ट का सबसे बड़ा जरिया बने ‘यो-यो’ टेस्ट में नाकामी के चलते मोहम्मद शमी टीम में अपनी जगह गंवा चुके हैं और युवराज सिंह जैसे खिलाड़ी लंबे वक्त से टीम से बाहर बैठे हैं. क्रिकेटरों के बीच ‘खौफ’ का दूसरा नाम बन चुके ‘यो-यो’ टेस्ट को अब और मुश्किल बनाने की तैयारी में जुटे हैं.
समाचार पत्र मुंबई मिरर के की खबर के मुतकाबिक टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री ने अब ‘यो-यो’ टेस्ट को पास करने का पैमाना 16.1 से बढ़ाकर 16.3 पॉइंट्स करना चाहते हैं.
दरअसल शास्त्री की कोशिश है कि आने वाले वक्त में बड़ी चुनौतियों और आईसीसी वर्ल्ड कप के मद्देनजर फिटनेस को लेकर कोई भी समझौता ना किया जाए.
शास्त्री की इस पहल को टीम मैनेजमेंट का भी पूरा समर्थन हासिल है.
दरअसल ‘यो-यो’ टेस्ट को लेकर एक साल पहले ही यह फैसला हुआ था कि फिटनेस को लेकर कहीं भी कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी. शास्त्री के इस फैसला के सेलेक्थन कमेटी भी पूरी तरह से इत्तेफाक रखती है. यही वजह है कि टीम में चुने जाने के बावजूद मोहम्मद शमी, और इंडिया ए में चुने जाने के बावजूद संजू सैमसन को ‘यो-यो’ टेस्ट पास ना करने का खामियाजा भुगतना पड़ा.