इस साल भारतीय कप्तान विराट कोहली के नाम सबसे बड़ा रिकॉर्ड सबसे तेजी से दस हजारी बनने का है, जो वह हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में बने. कोहली ने 205 पारियों वनडे क्रिकेट में 10 हजार रन पूरे करके सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ा. मास्टर ब्लास्टर ने 259 पारियों में इस आंकडे को छूआ था. कोहली सिर्फ पारियों के लिहाज से नहीं, बल्कि मैच, गेंदों और समय के अनुसार भी सबसे तेज 10 हजार रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. उन्होंने 213 मैचों में 10813 गेंदों और डेब्यू के 10 साल, 67 दिन बाद ही 10 हजार रन पूरे किए.
कप्तान कोहली ने इस साल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में 37 मैचों में 2700 से अधिक रन बनाए. इस साल वह दो हजार से अधिक रन बनाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं.
कोहली इस साल पहले ऐसे एशियन बल्लेबाज बने, जिन्होंने एक ही कैलेंडर ईयर में साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में शतक जड़ा. कोहली पहले एशियन कप्तान बने, जिनकी अगुआई में टीम ने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका प्रत्येक जगह एक टेस्ट जीता हो.
इस साल कोहली सबसे तेज हजार रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बने. कोहली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 157 रन की पारी खेलकर एक कैलेंडर इयर में तेजी से हजार रन पूरे बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया था. कोहली ने 11 पारियों ने यह रिकॉर्ड अपने नाम किया. इससे पहले 15 पारियों में हजार रन पूरे करने का रिकॉर्ड उनके और अमला के नाम सयुंक्त रूप से था.
कोहली ने इस साल विदेशी धरती पर 1138 रन बनाकर राहुल द्रविड का रिकॉर्ड तोड़ा. द्रविड ने 2002 में 1137 रन बनाए थे. हालांकि वह विश्व रिकॉर्ड से चूक गए. विश्व रिकॉर्ड 1212 रन के साथ ग्रैम स्मिथ के नाम है.
दस हजारी बनने के साथ ही कोहली इस साल की अपनी आखिरी पारी में खाता तक नहीं खोल पाए. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट की दूसरी पारी कोहली कर 2018 की आखिरी पारी थी, जिसके वह 0 पर आउट हो गए.