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महिला क्रिकेट: द. अफ्रीका से भिड़ने को तैयार हैं भारतीय महिलाएं

आईसीसी विश्व कप क्वालिफायर्स के फाइनल में दोनों टीमों के बीच मुकाबला

Bhasha

भारत और दक्षिण अफ्रीका दोनों ही टीमों ने आईसीसी महिला विश्व कप में अपनी जगह सुरक्षित कर ली है. ऐसे में अब बारी क्वालिफायर्स के फाइनल की है. दोनों टीमों के पास फाइनल में स्वच्छंद होकर खेलने और अपना सर्वश्रेष्ठ कौशल दिखाने का सुनहरा मौका रहेगा.

भारत सुपर सिक्स के बाद अंकतालिका में शीर्ष पर रहा. दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे नंबर पर रहकर फाइनल में जगह बनाई. दस टीमों के इस टूर्नामेंट में इन दोनों टीमों का शुरू से ही अच्छा प्रदर्शन रहा है. टूर्नामेंट में चोटी पर रहने वाली चार टीमों ने न सिर्फ आईसीसी महिला विश्व कप के लिये क्वालीफाई किया बल्कि उन्होंने आईसीसी महिला चैंपियनशिप में भी अपनी जगह सुनिश्चित की. श्रीलंका और पाकिस्तान विश्व कप के लिये क्वालीफाई करने वाली अन्य टीमें रहे.


आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज ने आईसीसी महिला चैंपियनशिप में शीर्ष चार में रहकर इस टूर्नामेंट के लिये क्वालीफाई किया था. बांग्लादेश और आयरलैंड ने सुपर सिक्स में पहुंचकर अगले चार साल के लिए वनडे का अपना दर्जा बनाए रखा है. भारत अभी तक टूर्नामेंट में अजेय रहा है जबकि दक्षिण अफ्रीका ने अपना एकमात्र मैच मिताली राज की अगुवाई वाली टीम से गंवाया.

भारत ने अपने पिछले मैच में पाकिस्तान को सात विकेट से हराया. दक्षिण अफ्रीका ने भी आयरलैंड को बारिश से प्रभावित मैच में 36 रन से पराजित किया था. भारतीय टीम के लिए यह भी अच्छी बात है और उसके तेज और स्पिन गेंदबाजों दोनों ने अच्छा प्रदर्शन किया है. नई गेंद की गेंदबाज शिखा पांडे और बाएं हाथ की स्पिनर एकता बिष्ट ने विरोधी टीमों की बल्लेबाजों को काफी परेशान किया है.

मिताली ने कहा, ‘हमारी गेंदबाजी अच्छी दिख रही है. खासतौर पर स्पिन आक्रमण. बल्लेबाजी में हमारी सलामी जोड़ी भागीदारी नहीं निभा पाई है जो चिंता का विषय है. चाहे हम बल्लेबाजी करें या क्षेत्ररक्षण हमें अच्छी शुरुआत की दरकार है. मध्यक्रम की हमारी बल्लेबाजों अच्छा प्रदर्शन करना भी जरूरी है.’

उन्होंने कहा, ‘इन पिचों पर स्पिनर प्रभावशाली रहेंगे लेकिन यदि तेज गेंदबाज अनुशासित गेंदबाजी करें तो फिर रन बनाना आसान नहीं होगा. हमने इस टूर्नामेंट में इसी चीज पर ध्यान दिया. इन विकेट पर बल्लेबाज के कौशल की परीक्षा होती है.’ दक्षिण अफ्रीका की तरफ से 17 वर्षीय ओपनर लौरा वोल्वार्ट और चोले ट्रायन ने अच्छा प्रदर्शन किया है जबकि कप्तान डेन वान नीकर्क और सुन लुस की स्पिन जोड़ी को भी सफलता मिली है. तेज गेंदबाज शबनीम इस्माइल और मारिजेन कैप ने भी प्रभाव छोड़ा है. दक्षिण अफ्रीका के लिये हालांकि सबसे बड़ी चुनौती भारतीय स्पिनरों बिष्ट, राजेश्वरी गायकवाड़, पूनम यादव और दीप्ति शर्मा से निबटना होगा.