आईसीसी महिला वर्ल्ड टी 20 में भारत की सेमीफाइनल मे हुई हार से ज्यादा चर्चा इस वक्त प्लेइंग इलेवन से हुई मिताली राज की छुट्टी और इसके बाद मची हलचल की है. मिताली राज की मैनेजर के भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर पर हमले के बाद अब यह मामले बड़ा तूल पकड़ता जा रहा है.
सुप्रीम कोर्ट के आदश की दम बीसीसीआई को चला रही प्रशासकों की समिति यानी सीओए के हेड विनोद राय पहले ही इस बात पर नाराजगी जता चुके हैं और अब सीओए की दूसरी मेंबर और पूर्व महिला क्रिकेटर डायना एडुलजी ने भी अपना रुख साफ कर दिया है.
क्रिकइंफो की खबर के मुताबिक एड़ुलजी का साफ-साफ कहना है कि सेनीफाइनल में मिताली को बाहर बिठाने का फैसला टीम मैनेजमेंट का था और उस पर सवाल नहीं उठाया जा सकता. उन्होंने साफ किया सीओए इस विवाद में नहीं पड़ेगी.
इस टूर्नामेंट में आखिरी लीग मुकाबले में घुटने की चोट के चलते मिताली राज नहीं खेली थी. लेकिन उसके बाद सेमीफाइनल में फिट होने के बावजूद उन्हें जगह नहीं दी गई. भारतीय टीम के मुकाबला हारने के बाद मिताली की मैनेजर तृप्ति भट्टाचार्य ने हरमनप्रीत को काफी भला-बुरा कहा.
अब एडुलजी का कहना है कि क्रिकेट के मैदान पर जो फैसले लिए गए उनपर सीओए कोई दखल नहीं देगी लेकिन अगर किसी खिलाड़ी को लगता है कि उसके साथ गलत हुआ है तो सीओए के सामने अपना बात रखी जा सकती है.