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विंबलडन 2017: टूट गया वीनस का सपना, गार्बिने मुगुरुजा बनीं चैंपियन

37 साल की उम्र में ग्रैंडस्लैम जीतने का रिकॉर्ड नहीं बना सकीं वीनस

FP Staff

सबसे अधिक उम्र में ग्रैंडस्लैम जीतने का वीनस विलियम्स का सपना अधूरा रह गया. स्पेन की गार्बिने मुगुरुजा ने रविवार को अमेरिका की वीनस विलियम्स को हराते हुए साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम-विंबलडन का महिला एकल खिताब जीत लिया. सेंटर कोर्ट पर खेले गए खिताबी मुकाबले में 23 साल की मुगुरुजा ने सात बार की ग्रैंड स्लैम विजेता वीनस को 7-5, 6-0 से हराया. यह उनका पहला विंबलडन खिताब है. साथ ही यह उनका दूसरा ग्रैंड स्लैम है. 2016 में मुगुरुजा ने फ्रेंच ओपन जीता था.


दूसरी ओर, 37 साल की वीनस छठी बार विंबलडन खिताब जीतने से चूक गईं. वह मुगुरुजा के सामने पूरी तरह दोयम साबित हुईं. वीनस ने पहले सेट में जोरदार संघर्ष किया और मुकाबला 5-7 से गंवाया. ऐसे में उम्मीद थी कि वीनस दूसरे सेट में मुगुरुजा को कड़ी टक्कर देंगी लेकिन लेकिन ऐसा नही हुआ. दूसरे सेट में वीनस एक भी गेम नहीं जीत सकीं. और मुगुरूजा ने तीन बार उनकी सर्विस को ब्रेक करके दूसरा सेट 6-0 से जीतकर खिताब अपने नाम किया.

इससे पहले वीनस सेमीफाइनल में जोहाना कोंटा को सेमीफाइनल में मात देकर ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंचने वाली सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बनी थीं. उनसे पहले मार्टिना नवरातिलोवा 1994 विंबलडन में उप विजेता रही थीं. यह वीनस का नौवां फाइनल था, उन्होंने 2000 में अपनी पहली विंबलडन ट्रॉफी जीती थी. 20वीं बार विंबलडन में खेल रहीं वीनस ने पिछली बार 2008 में सेंटर कोर्ट में खिताब जीता था.