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...तो इसलिए नहीं बन सके सहवाग टीम इंडिया के कोच

सपोर्ट स्टाफ के मसले पर बिगड़ी सहवाग की बात

FP Staff

टीम इंडिया के लिए के चीफ कोच के साथ सपोर्ट स्टाफ का मसला कितना गंभीर है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कोच पद के लिए आवेदन करने वाले वीरेंद्र सहवाग इसी सपोर्ट स्टाफ के मुद्दे पर रवि शास्त्री से पिछड़ गए थे. सामाचार पत्र द टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक सहवाग ने कोच पद के लिए आवेदन करने के बाद कोहली से भी बात की थी. और कोहली ने भी उनके पक्ष में थे. लेकिन इसके बाद जब सहवाग ने अपना अलग सपोर्ट स्टाफ लाने की बात कही तो कोहली उसके लिए रजामंद नहीं हुए.

खबर के मुताबिक कोच पद के आवेदन करने वालें दावेदारों में शास्त्री और टॉम मूडी के बाद सहवाग का प्रजेंटेशन सबसे अच्छा था. सहवाग को उम्मीद थी कि टीम इंडिया के कोच पद के लिए उनका सलेक्शन हो जाएगा. इसीलिए बोर्ड के एक अधिकारी  के कहने पर कोहली का मूड भांपने के लिए सहवाग ने उनसे बात भी की.


खबर के मुताबिक कोहली ने सहवाग से कहा आप कोच पद के लिए जरूर आवेदन करिए. पूरी टीम को आपके साथ काम करके अच्छा लगेगा.

लेकिन इसके बाद जब सहवाग ने अपने सपोर्ट स्टाफ की बाद की तो कोहली के सुर बदल गए. सहवाग अपने साथ फिजियो थेरपिस्ट अमित त्यागी और  किंग्स इलेवन पंजाब की टीम में अपने असिस्टेंट कोच मिथुन मिन्हास को भी लाना चाहते थे. सहवाग की इस बात पर कोहली ने साफ कर दिया कि वह सपोर्ट स्टाफ के बदले जाने के पक्ष में नहीं हैं. और यहीं पर सहवाग की बात बिगड़ गई. वहीं दूसरी ओर शास्त्री इसी सपोर्ट स्टाफ के साथ काम करना चाहते थे . लिहाजा कोहली ने अपनी राय पूछे जाने पर बीसीसीआर्ई को शास्त्री के नाम का सुझाव दे दिया.