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साउथ अफ्रीका दौरे के लिए आखिर इतनी बड़ी चूक कैसे कर गए कोहली!

केपटाउन टेस्ट में टीम इंडिया मिली करारी शिकस्त के बाद बीसीसीआई में उठ रहे हैं टीम मैनेजमेंट के फैसले पर सवाल

FP Staff

केपटाउन टेस्ट में टीम इंडिया की करीरी हार के बाद सबसे ज्यदा चर्चा भारतीय बल्लेबाजों की नाकामी की हो रही है. कुछ आरोप बीसीसीआई पर भी है उसने टीम इंडिया को इतनी ज्यादा बिजी रखा कि उसे साउथ अफ्रीका में जाकर ना तो अभ्यास करने का मौका मिला और ना ही वहां के माहौल में ढलने का.

लेकिन अब एक खबर ऐसी आई है  जो बताती हि कि बोर्ड ऐसे हालात से निपटने के को सुझाव दिया था जिसे  लिए टीम मैनेजमेंट ने कोई तवज्जो ही नहीं दी.


समाचार पत्र इंडियन ऐक्सप्रैस की खबर के मुताबिक बीसीसीआई की ओर से सुझाव दिया गया था कि टीम इंडिया के टेस्ट विशेषक्ष खिलसाड़ियों को साउथ अफ्रीकी की परिस्थितियों में ढलने के लिए टीम के आधिकारिक दौरे से पहले भी भेजा सकता है.

इन खिलाड़ियों में मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे जैसे टेस्ट स्पेशलिस्ट बल्लेबाज श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों की टीम का हिस्सा नहीं थे और घरेलू मुकाबले खेल रहे थे. खबर के मुताबिक बोर्ड ने यह भी सुझाव दिया था कि टीम के टॉप खिलाड़ी श्रीलंका के खिलाफ सीरीज को को छोड़ कर पहले ही साउथ अफ्रीका जा सकते हैं जिनके वहां अभ्यास का इंतजाम बोर्ड करा सकता हाै लेकिन इस मसले पर टीम मैनेजमेंट ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई.

बोर्ड ने इससे पहले भी ऐसी बड़े विदेशी दौरों पर ऐसी रणनीति अपनाई है जब रहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और लक्ष्मण जैसे खिलाड़ी टीम के आधिकारिक दौरे से पहले ही ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों पहुंच कर अभ्यास शुरू कर देते थे.

यही नहीं बोर्ड ने अंडर 19 कोच राहुल द्रविड़ की गुजारिश पर जूनियर टीम को न्यूजूलैंड में शुरू हो रहे अंडर-19 वर्ल्डकप की तैयारियों से काफी पहले भेज दिया है.

ऐसे में सवाल यही है कि आखिरकार क्यों टीम मैनेजमेंट ने इतमे अहम दौरे से पहले बोर्ड के कदम पर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई.