क्रिकेटर यूसुफ पठान पर डोप में लगे बैन के मामले में एक नया मोड़ देखने को मिल सकता है. भले ही यूसुफ पहले डोप अपराध के लिए बीसीसीआई द्वारा बैक डेट से लगाए गए पांच महीने का निलंबन जल्दी ही पूरा कर लेंगे, लेकिन विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी (वाडा) के प्रोटोकाल के तहत मामला अभी भी पेंडिंग है.
भारतीय ऑलराउंडर पठान पर डोप टेस्ट में नाकाम रहने के कारण पांच महीने का निलंबन लगाया गया था जो 14 जनवरी को खत्म हो जाएगा. बीसीसीआई ने उनकी यह दलील स्वीकार कर ली थी कि उन्होंने अनजाने में प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन किया है.
दिलचस्प बात यह है कि बीसीसीसीआई ने पिछले साल मार्च में हुए डोप टेस्ट के लिए अगस्त से निलंबन की तारीख तय की. यह तारीख महज पांच दिन बाद खत्म हो रही है. उसके करीब दो सप्ताह बाद आईपीएल का ऑक्शन होना है. यानी डोपिंग में फेल होने के बावजूद यूसुफ पठान ऑक्शन के लिए उपलब्ध हैं.
वाडा के मीडिया और कम्युनिकेशंस मैनेजर मैगी डूरंड ने एक ई मेल के जवाब में कहा, ‘चूंकि यह मामला पेंडिंग है तो हम इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते.’ वाडा की डोपिंग आचार संहिता 2015 के तहत पहली बार अपराध पर चार साल के सस्पेंशन का प्रावधान है.
बीसीसीआई ने एक बयान में कहा, ‘यूसुफ पठान पर डोपिंग उल्लंघन के कारण निलंबन लगाया गया. उन्होंने अनजाने में एक प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन कर लिया जो आम तौर पर सर्दी खांसी के सिरप में पाया जाता है.’ पठान ने पिछले साल 16 मार्च को बड़ौदा और तमिलनाडु के बीच एक घरेलू टी-20 मैच के बाद बीसीसीआई के डोपिंग निरोधक परीक्षण कार्यक्रम के तहत यूरिन का नमूना दिया था.
बोर्ड ने कहा था, ‘उनके नमूने की जांच की गई और उसमें टर्ब्यूटलाइन के अंश मिले. यह वाडा के प्रतिबंधित पदार्थों की सूची में आता है.’ पठान ने कहा था कि उन्हें यकीन था कि जान बूझकर सेवन का आरोप उन पर नहीं लगेगा. उन्होंने हालांकि भविष्य में और सतर्क रहने की बात कही.
(एजेंसी इनपुट के साथ)