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चैंपियंस ट्रॉफी 2017: लंदन की उड़ान से पहले बोले कोहली - ताज का नहीं दबाव

कोहली ने कहा 'धोनी और युवराज टीम के सबसे मजबूत स्तंभ'

FP Staff

चैंपियंस ट्रॉफी के लिए इंग्लैंड रवाना होने से पहले टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. विराट ने पाकिस्तान से होने वाले मैच पर कहा कि पाकिस्तान के साथ मुकाबले को वो सिर्फ एक मैच की तरह लेते हैं. वहीं धोनी और युवराज को उन्होंने टीम इंडिया का ट्रंप कार्ड बताया.

आईपीएल से चैंपियंस ट्रॉफी की हुई प्रैक्टिस


चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े मुकाबले से पहले आईपीएल को विराट ने तैयारी का अहम हिस्सा बताया. उन्होंने कहा कि 'दोनों तरह की क्रिकेट में काफी अंतर है. लेकिन टी-20 से अधिकांश खिलाड़ियों को मैच के लिये तैयार होने में मदद मिलती है. मैच में फिट रहने और गेंदबाजी की लय हासिल करने के साथ खिलाड़ी मानसिक तौर पर भी खुद को मजबूत कर पाता है.  टी-20 मैचों में कठिन हालातों  में रन बनाने की खासियत हीआपको एक फॉर्मेट से दूसरे फॉर्मेट में ले जाती हैं'.

विराट ने आईपीएल को एक विश्वस्तरीय टूर्नामेंट बताया. उन्होंने कहा कि आईपीएल में विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी खेलते हैं. इसलिए चैंपियंस ट्रॉफी जैसे टूर्नामेंट से पहले ऐसी क्रिकेट खेलना फायदेमंद है.

खिताब का नहीं दबाव

विराट ने चैंपियंस ट्रॉफी के खिताब को लेकर किसी भी तरह के दबाव से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि 'पहला चैलेंज यह है कि हमें खिताब बचाने के बारे में नहीं सोचना है. पिछली बार जब हम विजेता बने थे तब हमने एक युवा टीम के रूप में खेल को एन्जॉय किया था. ऐसा करते हुए हमने टूर्नामेंट भी जीता और इसके बाद एक ऐसी टीम खड़ी की जो अबतक अच्छा प्रदर्शन कर रही है. इस बार भी टीम में थोड़ा बदलाव है और हम पिछली बार की तरह ही जाकर टूर्नामेंट में एन्जॉय करेंगे. हम पिछले कुछ समय से जैसी क्रिकेट खेल रहे हैं उसी माइंड सेट के बल पर हम टेस्ट क्रिकेट में टॉप पर पहुंचने में सफल रहे हैं. हम जैसा क्रिकेट खेल रहे हैं उसी को आगे बढ़ाएंगे उसी से अच्छे नतीजे आएंगे.'

विश्वकप से ज्यादा कठिन होगा मुकाबला

विराट ने चैंपियंस ट्रॉफी को वर्ल्ड कप से ज्यादा कठिन बताया. उन्होंने कहा

'टूर्नामेंट थोड़ा छोटा है और इसमें आठ बेहतरीन टीमें शामिल हो रही हैं. ऐसे में इसमें विश्वकप की तुलना में  ज्यादा कंप्टीशन होगा. विश्वकप में आपके पास खराब शुरुआत के बाद भी वापसी करने का मौका होता है. लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी में आपको पहले दिन से फाइनल तक हर मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा. यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपके जल्दी नीचे आने की संभावना बढ़ जाती है. यह चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे बड़ी चुनौती है.

युवराज  और धोनी हैं टीम के स्तंभ

युवराज और धोनी के बारे में जब विराट से पूछा गया कि वह इन दोनों खिलाड़ियों का उपयोग किस तरह कर पाएंगे तो विराट ने कहा कि 'उनके पास इतना एक्सपीरियंस है कि उन्हें फ्रीडम दी जाए कि वो मिडिल ऑर्डर में अपना नेचुरल गेम खेलें. दोनों टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं उन्हें ये पता है कि मैच कैसे आगे बढ़ाना है, कैसे मुश्किल की घड़ी से बाहर निकाला जाता है और कैसे जिताना है. सबसे अच्छी बात जो पिछली सीरीज में भी निकली कि दोनों एक दूसरे के साथ बैटिंग को एन्जॉय कर रहे थे और खुलकर खेल रहे थे. जब आपके दो बड़े प्लेयर खुले माइंडसेट से खेल रहे होते हैं तो टीम का कॉन्फिडेंस अलग हो जाता है. वो हमारी टीम के दो सबसे मजबूत स्तंभ हैं'.