जब सचिन तेंदुलकर रन बनाते हैं, तो भारत आराम से सोता है. यह कहा जाता रहा है. समय बदला है. अब तेंदुलकर की जगह कोहली ने ले ली है. भारत अब भी आराम से सोता है. यही दो बल्लेबाज हैं, जिन्होंने वनडे क्रिकेट में शतक जमाकर दस हजार रन पूरे किए हैं. सचिन ने 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंदौर में ऐसा किया था. जबकि विराट कोहली ने विंडीज के खिलाफ विशाखापत्तनम में खेले गए दूसरे वनडे में शतक जमाते हुए दस हजार का आंकड़ा पार किया. इन दोनों में कौन बेहतर है? चलिए, वनडे के दो महान बल्लेबाजों की तुलना आंकड़ों से करते हैं.
विराट कोहली ने दस हजार रन बनाने के लिए तेंदुलकर से 54 पारियां कम खेलीं. उन्होंने 205 पारियों में ये रन बनाए. दोनों के बीच औसत का फर्क रहा 17.31 का. इस बीच स्ट्राइक रेट भी कोहली के पक्ष में 6.33 बेहतर रहा. इससे कोहली की निरंतरता और पावर का पता चलता है. एक और बात ध्यान देने की है. कोहली ने तेंदुलकर से इस आंकड़े तक पहुंचने में 16 शतक ज्यादा लगाए हैं. ये सारी बातें 205 वनडे मैचों की तुलना करने पर हर मायने में कोहली को आगे रखती हैं
205 वनडे में विराट और सचिन की तुलना
सचिन तेंदुलकर | विराट कोहली | |
पारियां | 205 | 205 |
रन | 7829 | 10076 |
औसत | 42.31 | 59.62 |
स्ट्रा.रेट | 86.52 | 92.85 |
50s/100s | 43/21 | 48/37 |
विराट कोहली को आधुनिक क्रिकेट में चेज मास्टर कहा जा सकता है. यह सही भी है. चेज करत हुए उनके और सचिन के बीच अंतर 22.38 का. यह आंकड़ा चेज करते हुए सचिन तेंदुलकर के पहले 116 मैचों का है, जिसकी तुलना विराट से करने पर इतना फर्क दिखता है.
वनडे क्रिकेट में चेज करते हुए विराट और सचिन की तुलना
सचिन तेंदुलकर | विराट कोहली | |
पारियां | 116 | 116 |
रन | 4663 | 6032 |
औसत | 46.16 | 68.54 |
स्ट्रा.रेट | 92.30 | 94.51 |
50s/100s | 25/13 | 28/22 |
एक और तुलना करते हैं. दस हजार रन तक पहुंचने के समय बाकियों से कितना फर्क था, इससे भी दोनों का फर्क समझ आ सकता है. यहां पर स्ट्राइक रेट के मामले में तेंदुलकर आगे दिखते हैं. उनमें और बाकियों में 15.01 स्ट्राइक रेट का फर्क था.
वनडे में औसत और स्ट्राइक रेट की तुलना
औसत | अन्य | फर्क | स्ट्रा. रेट | अन्य | फर्क | |
सचिन तेंदुलकर | 42.63 | 27.90 | 14.73 | 86.52 | 71.51 | 15.01 |
विराट कोहली | 59.62 | 31.73 | 27.83 | 92.85 | 85.99 | 6.86 |
सचिन तेंदुलकर ने वनडे में अपने पहले 11 साल में हजार से ज्यादा रन चार कैलेंडर साल में बनाए. दूसरी तरफ कोहली ने इतने ही समय में छह बार हजार से ज्यादा रन स्कोर किए. विराट कोहली अकेले ऐसे बल्लेबाज हैं, जिनका मैच जीतने में औसत 75 से ज्यादा है. हमने उन बल्लेबाजों को इसमें लिया है, जिसने कम से कम वनडे में डेढ़ हजार रन बनाए हैं. दूसरी तरफ तेंदुलकर ने 56.63 के औसत से 11157 रन भारत की जीत में बनाए.