गेंदबाजों ने दमदार प्रदर्शन के बाद अच्छी बल्लेबाजी के दम पर मुंबई ने दिल्ली को 4 विकेट से हराकर विजय हजारे ट्रॉफी का खिताब अपने नाम कर लिया. पहले बल्लेबाजी करते हुए दिल्ली की टीम मुंबई के अटैक के सामने टिक नहीं पाई और 177 रन पर ही सिमट गई. जवाब में मुंबई में 6 विकेट के नुकसान पर 180 रन बनाकर खिताब जीत लिया. मुंबई की ओर से शिवम दुबे और धवल कुलकर्णी ने 3-3 विकेट लिए. वहीं आदित्य तारे 71 और सिद्देश लाड ने 48 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई.
दिल्ली की शुरुआत काफी खराब रही और दो रन पर ही कप्तान गौतम गंभीर के रूप में पहला विकेट गंवा दिया और इसके बाद 17 पर उन्मुक्त चंद कुलकर्णी की गेंद पर रहाणे को कैच थमा बैठे. दिल्ली की टीम अभी इन दो बड़े झटकों से संभली भी नहीं थी कि 21 रन देशपांडे ने मनन शर्मा के रूप में टीम को तीसरा झटका दे दिया. शौरी और राणा को इसके बाद संभलकर बल्लेबाजी करते हुए टीम को संभालने की कोशिश की, लेकिन 60 रन पर राणा पवेलियन लौटे गए. इसके बाद शौरी ने हिम्मत सिंह के साथ मिलकर एक अच्छी साझेदारी बनाने की कोशिश की और टीम को 80 के पार ले गए, लेकिन अगले ही पल शौरी के रूप में टीम को पांचवां झटका लगा. हालांकि एक छोर पर हिम्मत ने टीम को संभालकर कर रखा था, लेकिन दूसरे छोर पर उन्हें साथ मिल पा रहा था और जैसे तैसे ललित के साथ मिलकर टीम को 100 पर लेकर आए ही थे, ललित कुलकर्णी की गेंद पर तारे के हाथों कैच आउट हो गए.
नेगी हुए रिटायर्ड हर्ट
हिम्मत सिंह अभी पवन नेगी के साथ तालमेल बैठाने की कोशिश कर ही रहे थे कि नेगी 21 रन बनाने के बाद रिटायर्ड हर्ट हो गए और 141 रन पर हिम्मत भी पवेलियन लौटे गए.इसके बाद भाटी ने जैसे तैसे टीम को 177 रन तक पहुंचाया.
सिद्धेश और तारे ने संभाला मुंबई को
मुंबई ने भले ही दिल्ली को कम स्कोर पर रोक दिया था, लेकिन शुरुआत मुंबई की भी अच्छी नहीं रही और 8 रन पर पृथ्वी शॉ के रूप में और 21 रन पर अजिंक्य रहाणे के रूव में टीम को दो झटके लग गए. इसके बाद कप्तान अय्यर भी सिर्फ 7 रन ही बना सके थे कि पवेलियन लौटे गए. मुंबई ने 40 रन पर अपने पार शीर्ष बल्लेबाज गंवा दिए थे. इन झटकों से सिद्धेश लाड 48 और आदित्य तारे 71 ने मिलकर टीम को बाहर निकाला और 145 रन तक ले गए, जहां तारे मनन शर्मा की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए. तारे के साथ जोड़ी टूटने के बाद लाड का साथ दुबे ने दिया और टीम को जीत की दहलीज तक लेकर आए. दिल्ली की ओर से नवदीप सैनी ने सर्वाधिक 30 रन पर तीन विकेट लिए.