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कोच राहुल द्रविड़ के चलते जूनियर टीम इंडिया को मिली 'यो-यो' टेस्ट से राहत

मलेशिया में अंडर-19 एशिया कप से पहले बोर्ड कराना चाहता था जूनियर क्रिकेटरों का 'यो-यो' टेस्ट

FP Staff

एक ओर जहां बीसीसीआई ने टीम इंडिया में एंट्री के लिए फिटनेस को परखने के लिए ‘यो-यो’ टेस्ट को आवश्यक बना दिया है, वहीं जूनियर टीम इंडिया के कोच और पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ के चलते भारत की अंडर -19 टीम के खिलाड़ियों को इससे राहत मिल गई है.

समाचार पत्र इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक बीसीसीआई टीम इंडिया की भांति जूनियर टीम के लिए भी इस टेस्ट को अनिवार्य बनाना चाहती थी, लेकिन जूनियर टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने बोर्ड को इस मसले पर अपनी राय से अवगत कराते हुए इसका विरोध किया. भारत की जूनियर टीम अगले सप्ताह एशिया कप के लिए मलेशिया रवाना होने वाली है.


खबर के मुताबिक राहुल ने स्पष्ट किया, 'फिटनेस महत्वपूर्ण तो है, लेकिन इस छोटी उम्र में खिलाड़ी की प्रतिभा को तराशा जाना जरूरी. अगर कोई खिलाड़ी रन बना रहा है या फिर विकेट ले रहा है तो फिर यही उसके चयन का मापदंड होना चाहिए.’ द्रविड़ के इस सुझाव के बाद ही अंडर- 19 टीम इंडिया के लिए यो-यो टेस्ट के बिना ही खिलाड़ियों का चयन हुआ है.

यो-यो टेस्ट भारत की सीनियर टीम के लिए आवश्यक है. युवराज सिंह और सुरेश रैना जैसे अनुभवी क्रिकेटर इसी टेस्ट में फेल होने के चलते टीम इंडिया से बाहर बैठे हुए हैं.