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अलविदा 2016: साल के टॉप 10 रोमांचक क्रिकेट मैच

साल 2016 में हुए कई रोमांचक मुकाबले, कोई टीम 1 रन से जीती तो किसी का नतीजा रहा टाई

Lakshya Sharma

क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है. क्रिकेट में कभी भी कुछ भी हो सकता है. क्रिकेट में रोमांच अपने चरम पर होता है. कई बार आपको ऐसे रोमांचक मैच देखने को मिलते है जिसमें दर्शक अपने नाखून तक चबा लेते है. साल 2016 में भी कुछ ऐसे मैच देखने को मिले. हम आपको फिर से उन टॉप 10 मैचों की याद दिलाते है जिसमें आप भी अपनी जगह से हिले नहीं होंगे.

भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, पांचवां वनडे ( 23 जनवरी 2016)


साल की शुरुआत में ही क्रिकेट फैंस को रोमांचक मैच देखने को मिला. भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी. पांच वनडे सीरीज में भारत 4-0 से पीछे थी. पांचवें वनडे में भारतीय टीम के सामने साख बचाने की चुनौती थी. पांचवें वनडे में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 330 रन का स्कोर खड़ा किया. बड़े स्कोर के जवाब में भारतीय टीम ने भी शानदार शुरुआत की.

रोहित और धवन की ओपनिंग जोड़ी ने 123 रन की साझेदारी कर कंगारुओं को कड़ी टक्कर देने की नींव रखी, लेकिन भारतीय टीम ने 10 रन के अंदर धवन और कोहली के विकेट गंवा दिए. इसके बाद रोहित शर्मा और युवा बल्लेबाज मनीष पांडे ने भारतीय टीम को संभाला. लेकिन 231 रन के स्कोर पर रोहित शर्मा 99 रन बनाकर आउट हो गए.

रोहित जब आउट हुए तो भारतीय टीम को 15 ओवर में 99 रन की जरूरत थी. इसके बाद मनीष ने कप्तान धोनी के साथ मिलकर भारत को जीत के करीब पहुंचाया. इस साझेदारी में मनीष ने आक्रामक बल्लेबाजी की तो वहीं धोनी संभल कर बल्लेबाजी करते रहे. आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए 13 रन चाहिए थे.

आखिरी ओवर में गेंद मिचेल मार्श के हाथ में थी. मार्श ने पहली ही गेंद वाइड फेंकी. इसके बाद धोनी ने छक्का मार दिया, लेकिन अगली ही गेंद पर धोनी आउट हो गए. अब सारी जिम्मेदारी मनीष पांडे पर आ गई थी, जो 96 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे. मनीषे ने भी फैंस को निराश नहीं किया और अगली ही गेंद पर ना केवल अपना पहला वनडे शतक लगाया बल्कि टीम को जीत के करीब पहुंचा दिया.

अब भारतीय टीम को जीत के लिए 2 गेंद पर 2 रन चाहिए थे.पांडे ने लांग ऑफ की तरफ शॉट खेल कर 2 रन दौड़ लिए और भारतीय टीम को एतिहासिक जीत दिला दी.

भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, तीसरा टी20 (31-1-2016)

वैसे तो टी20 को रोमांच के लिए ही जाना जाता है. लेकिन कई मैच ऐसे होते हैं जिन्हें आप कभी भूल नहीं पाते. एक ऐसा ही मैच था भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई टी20 सीरीज का तीसरा मैच. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लबाजी करते हुए 197 रन बनाए.

198 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय ओपनरों ने टीम को तेज शुरुआत दिलाई. भारतीय टीम ने 3.1 ओवर में ही 46 रन जोड़ दिए. शिखर धवन ने 8 गेंद पर 26 रन बनाए लिए थे. लेकिन तेज रन बनाने के चक्कर में शिखर जल्दी ही आउट हो गए. इसके बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा ने भारतीय टीम का स्कोर 120 के पार पहुंचाया.

लेकिन तभी विराट और रोहित का विकेट जल्दी-जल्दी गिर गए. कोहली जब आउट हुए तो भारत को जीत के लिए 5 ओवर में करीब 50 रन बनाने थे. इसके बाद टी20 के स्पेशलिस्ट कहे जाने वाले सुरेश रैना ने टीम को जीत दिलाने की जिम्मेदारी ली. लेकिन ये काम इतना आसान भी नहीं था.

आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए 17 रन चाहिए थे. क्रीज पर थे युवराज सिंह, उस दिन युवराज फॉर्म में नहीं लग रहे थे, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने ओवर की पहली बॉल पर चौका और दूसरी पर छक्का मार भारतीय खेमे में जीत की उम्मीद जगा दी.

तीसरे गेंद पर युवराज ने सिंगल लेकर रैना को स्ट्राइक दी. अब भारत को जीत के लिए 3 गेंद पर 6 रन की जरूरत थी.  चौथी और पांचवीं गेंद पर रैना ने दो-दो रन बनाए. अब आखिरी गेंद पर भारत को जीत के लिए 2 रन चाहिए थे. जिसे रैना ने चौका मार कर हासिल कर लिया. इस मैच के जीतने के साथ ही भारत ने टी20 सीरीज 3-0 से जीत ली.

भारत बनाम पाकिस्तान, एशिया कप

भारत पाकिस्तान के बीच वैसे ही रोमांच की हदें पार हो जाती हैं. लेकिन 2016 में एशिया कप टी20 फॉर्मेट में खेला गया. दोनों के बीच भिड़ंत हुई. पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान ने केवल 85 रन बनाए.

इसे देखकर आप सोच रहे होंगे कि इस मैच में क्या रोमांच होगा. भारत ने आसानी से पाक को हरा दिया होगा. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. 85 रन का लक्ष्य हासिल करने में भारत के पसीने छूट गए. भारत ने 8 रन पर ही अपने टॉप 3 बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए. स्पॉट फिक्सिंग के बैन के बाद टीम में वापसी कर रहे मोहम्मद आमिर की गेंदें आग उगल रही थीं.

वो तो भला हो विराट कोहली का जिन्होंने भारतीय टीम की नैया पार लगा दी. कोहली ने युवराज के साथ मिलकर भारत को जीत दिलाई. युवराज ने केवल 14 रन बनाए वहीं विराट 49 रन बनाकर आखिर में आउट हो गए.

भारत बनाम बांग्लादेश, टी20 वर्ल्डकप

इस साल टी20 वर्ल्डकप भारत में हुआ. भारत सेमीफाइनल में हार जरूर गया लेकिन उसका प्रदर्शन शानदार रहा था. भारत ने कई मौकों पर पिछड़ने के बाद वापसी की. खासकर बांग्लादेश के खिलाफ मैच में.

भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ 147 रन का लक्ष्य रखा. एक समय बांग्लादेश आसानी से मैच जीत रहा था. उसे 3 गेंद पर केवल 2 रन चाहिए थे, लेकिन धोनी की शानदार कप्तानी और हार्दिक पांड्या की चतुर गेंदबाजी के कारण बांग्लादेश 1 रन से मैच हार गया. आखिरी गेंद पर धोनी ने जिस तरह रन आउट किया. उसे देखकर पूरी दुनिया हक्का-बक्का रह गई.

इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज, टी20 वर्ल्डकप फाइनल

साल 2016 वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए यादगार साल रहा, वेस्टइंडीज टीम ने इंग्लैंड को हराकर दूसरी बार टी20 कप पर कब्जा जमाया. फाइनल के आखिरी ओवर में वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर ब्रेथवेट ने लगातार 4 छक्के लगाकर वेस्टइंडीज को विजय दिला दी.

इंग्लैंड के खिलाफ वेस्टइंडीज को आखिरी ओवर में 19 रन चाहिए थे और सामने गेंदबाज के बेन स्टोक्स. ब्रेथवेट ने ओवर की चार बॉल पर 4 छक्के लगा कर वेस्टइंडीज को ऐतिहासिक  जीत दिला दी. इस पारी के बाद ब्रेथवेट पूरी दुनिया में छा गए.

भारत बनाम इंग्लैंड, चेन्नई टेस्ट मैच

भारत इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट मैचों की सीरीज में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को लगभग एकतरफा हराया लेकिन सीरीज का सबसे रोमांचक मैच हुआ चेन्नई में. टेस्ट मैच के आखिरी दिन भारत को जीत के लिए 10 विकेट की जरूरत थी, इंग्लैंड ने अच्छी वापसी करते हुए लंच तक कोई विकेट नहीं खोया.

लंच के बाद भारतीय टीम ने जिस तरह वापसी की, उससे हर क्रिकेट फैन रोमांचित था. गेंद और बल्ले के बीच अच्छा संघर्ष चल रहा था. लेकिन भारतीय टीम ने दिन के आखिरी घंटे में मेहमान टीम को ऑल आउट कर दिया. इस जीत के साथ भारत ने सीरीज 4-0 से जीती. वहीं करुण नायर के तिहरे शतक ने भी इस जीत में चार चांद लगा दिए.

वेस्टइंडीज बनाम श्रीलंका (ट्राई सीरीज)

इस साल जिम्बाब्बे में ट्राई सीरीज के एक मैच में श्रीलंका और वेस्टइंडीज आपस में भिड़े. श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 330 रन का स्कोर बना दिया. वेस्टइंडीज के लिए लक्ष्य हासिल करना कतई आसान नहीं था, खासकर इतिहास को देखकर तो यही लगा था. वेस्टइंडीज ने आज तक कभी भी 300 से ज्यादा रन का लक्ष्य हासिल नहीं किया था. लेकिन वेस्टइंडीज को इसकी परवाह नहीं थी.

वेस्टइंडीज एक समय लुइस की 148 रन की पारी के बदौलत जीत के करीब थी. उसे 3 ओवर में केवल 23 रन की जरूरत थी और उसके 4 विकेट हाथ में थे. लेकिन श्रीलंका ने अंत में शानदार गेंदबाजी की.  आखिरी ओवर में वेस्टइंडीज को 10 रन की जरूरत थी. पहली ही गेंद पर कप्तान होल्डर ने सिंगल ले लिया. अब स्ट्राइक पर थे गेंदबाज सुलेमान बेन. ओवर की दूसरी गेंद पर कोई रन नहीं बना. तीसरी गेंद पर बेन ने छक्का लगाकर मैच वेस्टइंडीज के पाले में डाल दिया.

अब वेस्टइंडीज को 3 गेंद पर 3 रन चाहिए थे. चौथी गेंद डॉट के बाद पांचवीं गेंद पर बेन आउट हो गए. वेस्टइंडीज को आखिरी गेंद पर 3 रन चाहिए थे, लेकिन होल्डर केवल एक ही रन बना पाए और वेस्टइंडीज एक रन से मैच हार गया.

पाकिस्तान बनाम ऑस्ट्रेलिया (ब्रिस्बेन टेस्ट)

पाकिस्तान-ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 329 रन बनाए. इसके जवाब में पाकिस्तान की टीम केवल 142 रन पर सिमट गई, इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी 202 रन पर घोषित कर पाक के सामने 490 रन का पहाड़ जैसा लक्ष्य रखा.

पहली पारी के घटिया प्रदर्शन के बाद क्रिकेट जानकार मान रहे थे कि ऑस्ट्रेलिया आसानी से टेस्ट मैच जीत जाएगी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. पाकिस्तान ने जबरदस्त संघर्ष दिखाया. खासकर शफीक ने शानदार 137 रन की पारी खेली.

पाकिस्तान एक बार यह टेस्ट मैच जीत सकता था. उसे 41 रन की जरूरत थी और उसके 2 विकेट बचे थे. लेकिन गलत वक्त पर शफीक आउट हो गए. जिसके कारण पाक टीम 450 रन पर ऑलआउट होकर 39 रन से टेस्ट मैच हार गई. हार के बावजूद शफीक की पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला.

जिम्बाब्वे बनाम वेस्टइंडीज ( ट्राई सीरीज )

जिम्बाब्वे में हुई ट्राई सीरीज में वेस्टइंडीज कई बार जीत के करीब आकर हार गई. एक ऐसा ही मैच जिम्बाब्वे और वेस्टइंडीज के बीच हुआ. जिम्बाब्वे ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 257 रन बनाए. 258 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक समय वेस्टइंडीज का स्कोर 2 विकेट पर 220 रन था. और उसे जीत के लिए आखिरी 5 ओवर में 37 रन चाहिए थे. लेकिन इसके बाद वेस्टइंडीज ने जल्दी जल्दी 3 विकेट गंवा दिए.

उसके बाद भी कप्तान होल्डर और ब्रेथवेट ने टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया. आखिरी ओवर में वेस्टइंडीज को जीत के लिए 4 रन चाहिए थे, होल्डर और ब्रेथवट क्रीज पर थे. आखिरी ओवर के लिए त्रिपानो के हाथ में गेंद थी. त्रिपानो ने पहली ही गेंद पर ब्रेथवेट को आउट किया,ओवर में नर्स और कॉर्टर के विकेट भी वेस्टइंडीज ने खो दिए.

अब आखिरी गेंद पर वेस्टइंडीज को जीत के लिए 2 रन चाहिए थे, लेकिन होल्डर केवल एक ही रन बना पाए और इस तरह जिम्बाब्वे ने शानदार तरीके से मैच टाई करवा लिया.

साउथ अफ्रीका बनाम ऑस्ट्रेलिया, (वनडे मैच)

साउथ अफ्रीका को हमेशा से ही बड़े स्कोर का सफलतापूर्वक पीछा करने के लिए जाना जाता है. खासकर जब से उसने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 400 से ज्यादा रन चेस किए थे. इस साल भी साउथ अफ्रीका ने एक बड़े स्कोर का पीछा कर मैच जीता. विरोधी फिर से ऑस्ट्रेलिया था.

ऑस्ट्रेलिया साउथ अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज के तीसरे वनडे में ऑस्ट्रेलिया ने वॉर्नर और स्मिथ की शतक की बदौलत 371 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया. बड़े स्कोर का पीछे करना उतरी साउथ अफ्रीका ने भी तूफानी शुरुआत की. हाशिम अमला और डिकॉक ने 8.2 ओवर में ही 66 रन जोड़ दिए, लेकिए नवें ओवर में हैस्टिंग ने अमला को आउट कर मेजबान टीम को पहला झटका दिया.

अमला के आउट होने के बाद भी डिकॉक और कप्तान फाफ डुप्लिसस तेज बल्लेबाजी करते रहे. एक समय साउथ अफ्रीका का स्कोर 17 ओवर में 140 रन था. तभी कप्तान फाफ पार्ट टाइमर ट्रेविस हेड की गेंद पर आउट हो गए.

कप्तान के आउट होने के बाद डिकॉक और रोसो  के विकेट भी जल्दी-जल्दी गिर गए. अब लगा था कि ऑस्ट्रेलिया ये मैच आसानी से जीत जाएगा. लेकिन कंगारूओं के सपने पर पानी फेरा द किलर के नाम से मशहूर डेविड मिलर ने. मिलर ने अपने दम पर ऑस्ट्रेलिया को धूल चटा दी. उन्होंने ना केवल 118 रन की पारी खेली बल्कि गेंदबाज एंडले के साथ शतकीय साझेदारी कर 371 रन का पीछा आसानी से कर लिया.