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सुप्रीम कोर्ट पहुंची श्रीनिवासन और विनोद राय की लड़ाई

11 जुलाई से शुरू हो रहे टीएनपीएल में 16 बाहरी क्रिकेटरों के खेलने पर सीओए ने जताया है ऐतराज

FP Staff

तमिलनाडु प्रीमियर लीग यानी टीएनपीएल में बाहरी खिलाड़ियों को लेकर सुप्रीम कोर्ट की बनाई प्रशसकों की समितिया यानी सीओए और तमिलनाडु क्रकेट ऐसोसिएशन यानी टीएनसीए के बीच का झगड़ा अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है.

बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के वर्चस्व वाली टीएनसीए ने सुप्रीम कोर्ट में सीओए के उस आदेश के खिलाफ याचिका दायर की है जिसमें सीओए ने टीएनपीएल में राज्य से बाहरी खिलाड़ियों के खेलने पर इस टूर्नामेंट की मान्यता रद्द करने की धमकी दी है.


टीएनसीए इस टूर्नामेंट में 16 बाहरी खिलाड़ियों को खिलाना चाहता है और इसके लिए उसने बीसीसीआई की एसजीएम में अनुमति भी ले ली थी जबकि विनोद राय की अगुआई में सीओए इसके खिलाफ है. सीओए ने इस एसजीएम को ही अवैध घोषित कर दिया है.

टीएनसीए ने पिछले दिनों अपनी बैठक के बाद कड़े शब्दों वाला एक पत्र भेजा था जो उसके संयुक्त सचिव आर आई पलानी ने लिखा था.  टीएनपीएल 11 जुलाई से शुरू हो रही है और इसमें राज्य से बाहर के खिलाड़ियों के खेलने को लेकर सीओए ने कड़ा ऐतराज जाहिर किया था और आरोप लगाया था कि सीओए खिलाड़ियों की रोजी-रोटी की परवाह नहीं कर रही है. .

टीएनसीए का दावा है कि सीओए इस टूर्नामेंट का रद्द नहीं कर सकती हैं क्योंकि यह बीसीसीआई के एक्टिंग प्रेजीडेंट की मंजूरी के साथ शुरू हुआ हैं और एसजीएम में पारित हुए प्रस्तावों के मुताबिक आयोजित किया जा रहा है.