view all

नौ महीने की पाबंदी ने बदल दी बॉल टेंपरिंग के गुनहगार की जिंदगी!

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर कैमरन बेनक्रॉफ्ट पर लगी 9 महीने की पांबदी इस सप्ताह खत्म हो रही है

Bhasha

इसी साल मार्च में क्रिकेट की दुनिया को हिला देने वाले बॉल टेंपरिंग के वाकिए के मुख्य किरदार यानी कंगार क्रिकेटर कैमरन बेनक्रॉफ्ट पर लगी 9 महीने की पाबंदी का यह आखिर सप्ताह है. इस दौरान इस युवा क्रिकेटर ने क्या-क्या झेला और कैस इस वाकिए ने उनके जीवन पर असर डाल इसका खुलासा खुद उन्होंने किया है.

बेनक्रॉफ्ट ने शनिवार को कहा कि गेंद से छेड़खानी मामले के बाद से वह पूरी तरह बदल चुके हैं और योग प्रशिक्षक बनने के लिये क्रिकेट छोड़ने की सोच रहे थे.


स्मिथ ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस स की जबकि बेनक्रॉफ्ट ने भी प्रतिबंध खत्म होने से एक सप्ताह पहले चुप्पी तोड़ी

है. उन्होंने खुद को लिखे लंबे पत्र में उस घटना के बाद से अब तक के अपने जज्बाती सफर का जिक्र किया.  यह पत्र वेस्ट ऑस्ट्रेलिया अखबार में छपा है.

इसमें उसने बताया कि कोच जस्टिन लैंगर और एडम वोजेस का उस पर कितना प्रभाव है. उन्होंने यह भी कहा कि क्रिकेट से दूर रहते हुए योग उसके जीवन का अभिन्न अंग बन गया और उसने योग प्रशिक्षक बनने के लिये खेल छोड़ने का मन बना लिया था.

बेनक्रोफ्ट ने लिखा, ‘शायद क्रिकेट तुम्हारे लिए नहीं है. खुद से पूछो, क्या तुम वापसी करोगे. योग से संतोष मिलता है.’

बाद में उन्होंने क्रिकेट में वापसी का फैसला किया और अब वे 30 दिसंबर को पर्थ स्कोरचर्स के लिए बिग बैश टी20 लीग का पहला मैच खेलेंगे.