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क्रिकेट के इस ‘खेल’ में मुश्किल है सोनू, टिंकू, जूनियर, सुसु या लव को आउट करना

क्रिकेट की सट्टेबाजी में कथित सुपर बुकी सोनू जालान उर्फ सोनू मलाड का गिरोह लंबे समय से खेल खेला रहा है

Jasvinder Sidhu

महान शेक्सपीयर अपनी कृति रोमियो-जूलियट में कुरेद कर गए हैं कि ‘नाम में क्या रखा है’. लेकिन क्रिकेट की सट्टेबाजी की दुनिया में नाम कारोबार में ईमानदारी और भरोसे की गारंटी है. अभी कुछ दिन पहले की ही बात है. मुंबई पुलिस ने आईपीएल के मैचों में पैसा लगाने के आरोप में पर्दे पर नाकाम रहे अदाकार अरबाज खान के पूछताछ शुरू की.

पूछताछ क्रिकेट की सट्टेबाजी के कथित सुपर बुकी सोनू जालान उर्फ सोनू मलाड की गिरफ्तारी के बाद की गई. मलाड 2013 के आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग में भी धरा गया था.


पहले भी सट्टेबाजी में सामने आ चुका है सोनू मलाड

सोनू मलाड के लिए पुलिस से सामना पहली बार नहीं है. और ऐसा भी दावा नहीं किया जा सकता है कि भविष्य में वह फिर कभी क्रिकेट में सट्टेबाजी के लिए कभी पुलिस के हाथ नहीं चढ़ेगा.

इस ताजा मामले में ‘जूनियर कोलकाता’ का नाम भी सामने आया है जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि मलाड उसके लिए काम करता है. आईपीएल 2013 की स्पॉट फिक्सिंग की एफआईआर और चार्जशीट पढ़ने के बाद अंदाजा लगाया जा सकता है कि नामों के आधार पर किसी मोहल्ले के खुराफाती लगने वाले ये बुकी किस कदर इस खेल के काले कारोबार में अपनी पैठ बनाए हुए हैं. पुलिस और इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) के कोर्ट में पेश दस्तावेजों में दावा किया गया है कि क्रिकेट की सट्टेबाजी का अरबों रुपये का कारोबार बहुत ही सुनियोजित है और कई बड़े नाम इसे बेहद ईमानदारी से चलाते हैं. लेकिन भारत में सट्टेबाजी को लेकर नियम ऐसे हैं कि पकड़े जाने के बाद भी इन लोगों पर लगाम लगा पाना संभव नहीं है.

खास है बुकीस के नाम भी

इन चंद नामों पर गौर कीजिए-   ‘टिंकू मंडी’, ‘जुपिटर’, ‘जीतू थराड’, ‘छोटा नागपुर’, ‘छोटू जालंधर’. पुलिस के अनुसार सोनू मुंबई के मलाड का रहने वाला है इसलिए उसका नाम के साथ मलाड जुड़ा है. साफ है कि इन सब बुकियों के नाम उनकी पहचान की तरह हैं.

2013 की फिक्सिंग की चार्जशीट के अनुसार अश्विन अग्रवाल उर्फ टिंकू मंडी की उस स्कैंडल में अहम भूमिका थी. अश्विन का नाम पूछे जाने पर जांच टीम का हिस्सा रहे एक अधिकारी बताते हैं कि टिंकू दिल्ली के आदर्श नगर के सब्जी मंडी इलाके में रहता है. इसलिए उसका नाम के साथ मंडी जुड़ा है.

पुलिस का दावा है कि टिंकू अंडर वर्ल्ड सरगना दाउद इब्राहिम के लिए क्रिकेट की सट्टेबाजी का काम देखता है. उस चार्जशीट में चंद्रेश उर्फ जुपिटर का नाम भी है. जुपिटर की जयपुर में जुपिटर ज्वैलर्स के नाम से दुकान थी. इसी कारण उसे जुपिटर के नाम से जाना जाता है.

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2012 में जुपिटर क्रिकेट में सट्टेबाजी के लिए गिरफ्तार हुआ और जमानत पर छूटने का बाद यह उसका हर रोज का धंधा बन गया. पुलिस की तथाकथित लिस्ट में जितेंदर जैन का नाम भी है जिसे टॉप का बुकी माना जाता है. बाजार में जितेंदर की पहचान जीतू थराड के नाम से है क्योंकि वह गुजरात के बनासकाठा जिले के छोटे से कस्बे थराड से आता है. पुलिस फाइल में छोटा नागपुर भी टॉप का बुकी है. असल में इसका नाम संजय अग्रवाल है. वैसे इसका झारखंड के छोटा नागपुर से कोई लेना-देना नहीं हैं.

पुलिस का दावा है कि असल में संजय छोटे कद का है और वह नागपुर से धंधा चलाता है. दिल्ली पुलिस की लिस्ट में नितिन जैन भी शामिल है जिसका आपरेटिव नाम ‘सुसु’ है. फिर दिपित गर्ग उर्फ ‘लव’ भी तो है. जाहिर है इन नामों को पढ़ने के बाद किसी मोहल्ले के खुराफाती का चेहरा आपके जेहन में आए लेकिन जांचकर्ताओं के दावों के अनुसार ये सभी अपने काम में माहिर हैं और अपने काम करने के तरीके से किसी एमबीए को भी मात दे सकते हैं.

(लेखक स्वतंत्र पत्रकार हैं, उनका ट्विटर हैंडल है @life22yards)