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क्या स्टार स्पोर्ट्स को स्मिथ और दर्शकों से माफी नहीं मांगनी चाहिए?

गलत तस्वीर के जरिए कहा कि स्मिथ ने उड़ाया विराट का मजाक

FP Staff

जैसे ही रांची टेस्ट में तीसरे दिन चाय का समय हुआ, स्टार स्पोर्ट्स में तीन चेहरे दिखे. एंकर जतिन सप्रू, महान ऑलराउंडर कपिल देव और मुरली कार्तिक. पहली तस्वीर दिखाई गई, जिसमें स्टीव स्मिथ अपना कंधा पकड़े हुए हैं. जतिन सप्रू ने किसी न्यूज चैनल के चीखने वाले एंकर की तरह बताया कि विराट कोहली की चोट का कितना बड़ा अपमान हुआ है. उसके बाद कपिल देव ने ऑस्ट्रेलियन कप्तान को असभ्य बता दिया और इस पूरी घटना को शर्मनाक बता दिया. कमेंटरी के समय वीवीएस लक्ष्मण ने भी इस घटना को शर्मनाक बता दिया था.

घटना ये कि विराट आउट हुए, तो उनके कंधे की चोट का मजाक स्टीव स्मिथ ने  उड़ाया. जतिन सप्रू ये साबित करने में भी तुल गए के एक बार ग्लेन मैक्सवेल ने डाइव लगाने के बाद हंसकर कंधा पकड़ा. वो भी मजाक उड़ाना था. ये अलग बात है कि मुरली कार्तिक उससे सहमत नहीं हुए, तो स्टार स्पोर्ट्स थ्री पर हिंदी के एंकर सप्रू शांत हो गए.


दो घंटे बाद मैच खत्म हुआ. फिर इसी तस्वीर से शुरुआत की गई. जतिन सप्रू ही स्क्रीन पर थे. बताया कि सोशल मीडिया ने गलती की. इसकी वजह से गलत तस्वीर दिखाई गई. दरअसल, स्मिथ का हाथ तो कंधे पर गया ही नहीं! वो तो पीटर हैंड्सॉम्ब का हाथ था, जो अपने कप्तान को बधाई दे रहे थे. कमाल है... जिसके पास प्रसारण अधिकार हैं. उन्होंने सोशल मीडिया की तस्वीर के हिसाब से पूरा कैंपेन चला दिया? स्टार स्पोर्ट्स ने बाकायता ट्विटर पर इसके लिए मुहिम शुरू कर दी थी, जिसे उन्होंने बाद में हटा दिया.

क्या स्टार स्पोर्ट्स को अपनी फुटेज जांचने का भी वक्त नहीं मिला? अगर वाकई सोशल मीडिया के हिसाब से ही वे भटक गए, तो सवाल ये है क्या उन्हें अपनी फुटेज पर भरोसा नहीं था? क्या वाकई स्टार स्पोर्ट्स को किसी न्यूज चैनल की तरह पीत पत्रकारिता या येलो जर्नलिज्म करने की जरूरत है?

अब जानिए, हकीकत क्या है. स्टार स्पोर्ट्स के मुहिम चलाते ही. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की वेबसाइट ने पूरी सच्चाई को तस्वीरों के साथ छाप दिया. हम भी ट्विटर से उनकी तस्वीरें आप तक पहुंचा रहे हैं. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की साइट पर आई खबर के बाद स्टार स्पोर्ट्स के अपनी वो मुहिम वापस लेनी पड़ी, जो शायद ‘बड़ी टीआरपी’ थी. कपिल देव जैसे क्रिकेटर भी भावनाओं में बह गए. उन्होंने कहा, ‘एक कप्तान का इस तरह इशारा करना शर्मनाक है. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने दिखाया है कि उनमें तमीज नहीं है. स्लेजिंग अलग होती है, किसी को चोट का मजाक उड़ाना असभ्यता है.’

बाद में सही तस्वीर दिखाने के बाद कपिल देव ने कहा कि हम भी व्यूअर थे. हमें भी भ्रम हो गया था. लेकिन इस भ्रम को पैदा किसने किया? क्या इसकी जिम्मेदारी स्टार स्पोर्ट्स की नहीं है? क्या वे अपनी फुटेज के बजाय सोशल मीडिया की तस्वीर के हिसाब से अपने कार्यक्रम तय करेंगे? क्या वाकई खेल चैनल को भी ऐसी पत्रकारिता की जरूरत पड़ गई है?