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स्पॉट फिक्सिंग : सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे दागी तेज गेंदबाज श्रीसंत

आजीवन प्रतिबंध को हटवाने की करेंगे आखिरी कोशिश

Bhasha

दागी भारतीय क्रिकेटर एस श्रीसंत ने शनिवार को कहा कि वह आईपीएल 2013 के दौरान स्पॉट फिक्सिंग के कथित आरोपों के लिए बीसीसीआई द्वारा उन पर लगाए गए आजीवन प्रतिबंध को हटवाने की अपनी आखिरी कोशिश के तहत सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.

तेज गेंदबाज श्रीसंत ने कहा, 'मेरे पास अब केवल यही विकल्प बचा है कि मैं सुप्रीम कोर्ट की शरण में जाऊं. क्रिकेट के अलावा मेरी जिंदगी अच्छी चल रही है. मैं अपने अधिकारों के लिए लडूंगा. यह केवल देश की तरफ से खेलने से नहीं जुड़ा है, बल्कि यह सम्मान वापस पाने का मामला है.' श्रीसंत ने कहा कि वह अब तक चुप रहे लेकिन अब अपने दिल की बात कहने का सही वक्त है.


उन्होंने कहा, 'यही वजह है कि अब मैं खुल गया हूं और मैंने बतियाना शुरू कर दिया है. यह केवल शुरुआत है और अभी कई और चीजें सामने आएंगी.'

इससे पहले उन्होंने बोर्ड पर भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वो कुछ खिलाड़ियों को बचाने की कोशिश कर रहा है. श्रीसंत का कहना था कि इस मामले की जांच करने वाले रिटायर्ड जस्टिस मुदगल ने एक सीलबंद लिफाफे में 13 क्रिकेटरों के नाम सौंपे थे जिनमें से कुछ को इस वक्त भी इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रहे हैं.

श्रीसंत के इन आरोपों का के जवाब में बीसीसीआई के एंटी करप्शन यूनिट के इंचार्ज और दिल्ली पुलिस के पूर्व कमिश्नर नीरज कुमार का कहना था, ‘ मुझे नहीं लगता कि कोई भेदभाव किया जा रहा है. बोर्ड ने उनके अलावा जिन खिलाड़ियों को प्रतिबंधित किया है वह भी इंटरनेशनल स्तर पर नहीं खेल रहे हैं. श्रीसंत कह सकते हैं कि वह बेगुनाह हैं, लेकिन हमारे हिसाब से वह गुनहगार ही हैं’.