view all

पुडुचेरी के इस खिलाड़ी ने की 'जंबो' रिकॉर्ड की बराबरी, एक पारी में झटके 10 विकेट

सिदाक सिंह मुंबई के लिए सात टी20 खेल चुके है, उनके गेंदबाजी एक्शन की तुलना बिशन सिंह बेदी से होती है

FP Staff

गेंदबाजी में ऐसे कई रिकॉर्ड होते हैं जिनकी बराबरी तो की जा सकती है पर उन्हें तोड़ा नहीं जा सकता है. ऐसे ही रिकॉर्ड अनिल कुंबले ने दिल्ली में बनाया था जिससे अंतरराष्ट्रीय उनके बाद कोई नहीं दोहरा पाया है. हालांकि भारत के सिदाक सिंह ने सी के नायडू ट्रॉफी में इस रिकॉ्रड की बराबरी कर डाली.

उन्होंने अनिल कुंबले के कारनामे को दोहराते हुए 1 पारी में 10 विकेट झटके हैं. सिंह ने यह कारनामा एक घरेलू मैच में शनिवार को कर्नल सीके नायुडू अंडर-23 टूर्नामेंट के एक मैच के दौरान किया. इस युवा स्पिनर ने मणिपुर के खिलाफ एक पारी में 10 विकेट झटके. सिदाक सिंह मुंबई के रहने वाले हैं. वह पुडुचेरी के साथ आउटस्टेशन खिलाड़ी के तौर पर खेल रहे हैं. उन्होंने अपनी धारदार गेंदबाजी की बदौलत मणिपुर को महज 71 रनों पर ढेर कर दिया. उन्होंने इस दौरान 17.5 ओवरों में 7 मेडन डालते हुए 31 रन देकर 10 विकेट झटके.


सिदाक सिंह मुंबई के लिए सात टी20 खेल चुके है. उनके गेंदबाजी एक्शन की तुलना बिशन सिंह बेदी से होती है. सिदाक लोकल सर्किट में खासे लोकप्रिय क्रिकेटर हैं. उन्हें बड़ा ब्रेक साल 2015 में मिला था जब उन्हें अंडर-15 खिलाड़ी रहते हुए मुंबई ने वेस्ट जोन टी20 क्रिकेट चैंपियनिप के लिए चुना था. इसके साथ ही सिदाक सचिन तेंदुलकर के बाद मुंबई के लिए चयनित होने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए थे. सचिन का सेलेक्शन 1980 के दशक में 14 साल की उम्र में हुआ था.पिछले महीनों के दौरान सिदाक परेशानी में पड़ गए थे जब उनके एक्शन को लेकर सवाल खड़े हुए थे. 2016 वीनू मांकड़ ट्रॉफी के दौरान उन पर करियर में तीसरी बार बट्टा गेंद (चकिंग) फेंकने का आरोप लगा था.

कुंबले ने कोटला में किया था कमाल

पाकिस्तान के साथ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच भारत 12 रनों से हार चुका था और टीम इंडिया 1-0 से पीछे चल रही थी. दूसरा टेस्ट 4 फरवरी को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में शुरू हुआ था. भारत ने पहले बल्‍लेबाजी करते हुए पाकिस्तान के सामने जीत के लिए 420 रनों का टारगेट रखा था. पाकिस्तानी टीम सोच रही थी कि वह मैच के आखिरी दिन मैच ड्रॉ कराकर सीरीज जीत जाएंगे. कुंबले ने अकेले ही पूरी पाकिस्तान टीम को चलता कर दिया. उनकी फिरकी का जादू ऐसा चला कि 101 रन पर कोई विकेट ना खोने वाली पाक टीम 207 रनों पर ही सिमट गई, और भारत को 212 रनों की बड़ी जीत मिली. इस मैच में 74 रन देकर 10 विकेट लेने वाले कुंबले की वजह से भारत को 19 साल में पाकिस्तान पर पहली जीत हासिल हुई.