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आखिर सचिन तेंदुलकर किसे मानते हैं भारतीय क्रिकेट का सबसे खराब दौर...

दो दशक से ज्यादा वक्त तक क्रिकेट के मैदान पर राज करने वाले मास्टर-ब्लास्टर ने किया खुलासा

FP Staff

महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने दो दशक से भी ज्यादा वक्त तक क्रिकेट के मैदान पर राज किया है. इस दौरान उन्होंने हर तरह का वक्त देखा. लेकिन सचिन की नजरों में भारतीय क्रिकेट का सबसे बुरा वक्त कब आय यह खुलासा खुद सचिन ने किया है.  उनके मुताबिक विश्व कप 2007 भारतीय क्रिकेट का सबसे बुरा दौर था. तेंदुलकर ने कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम ने वेस्ट इंडीज में खेले गए विश्व कप 2007 के पहले राउंड में बाहर होने के बाद कई बदलाव देखे हैं.

सचिन ने कहा कि 2006-07 शायद भारतीय क्रिकेट का सबसे बुरा दौर था. हम विश्व कप 2007 में सुपर-8 के लिए क्वॉलिफाइ नहीं कर पाए थे. लेकिन हमने वहां से नई सोच के साथ शुरुआत की. हम नई दिशा में बढ़ने लगे.'


सचिन ने उस वक्त को याद करते हुए कहा, 'हमें काफी बदलाव करने पड़े. एक बार जब हमने अपना लक्ष्य तय कर लिए तब हमने प्रतिबद्ध होकर उसे हासिल करने के प्रयास किए. इसके बाद नतीजे अपने आप आने लगे.'

2007 क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की कमान राहुल द्रविड़ के हाथ में थी. भारतीय टीम को बांग्लादेश और श्री लंका के हाथों ग्रुप स्टेज पर हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद टीम इंडिया पहले दौर में ही बाहर हो गई थी.

सचिन ने कहा, 'हमें कई बदलाव करने पड़े. वे सही थे या नहीं हमें नहीं पता. ये बदलाव एक दिन में नहीं हुए. हमें नतीजों के लिए इंतजार करना पड़ा. दरअसल, मुझे अपने करियर में वर्ल्डकप की खूबसूरत ट्रॉफी उठाने के लिए 21 साल का इंतजार करना पड़ा.'

तेंदुलकर 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में विश्व कप में जीतने वाली टीम का हिस्सा थे.और इसके एक साल बाद ही सचिन ने वनडे क्रिकेटको अलविदा कह दिया था.