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टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी के 'फैब 4'

दुनिया के चार बेहतरीन बल्लेबाज बने हैं अपनी टीम के कप्तान

Aakash Fotedar

जैसी उम्मीद थी, कुक की जगह रूट आ गए. इंग्लैंड के कप्तान बन गए. यॉर्कशर के इस खिलाड़ी के आने से विश्व क्रिकेट की चौकड़ी पूरी हो गई. दुनिया के चार सबसे अच्छे बल्लेबाज अपनी-अपनी टीमों के कप्तान बन गए हैं. स्टीव स्मिथ, विराट कोहली और केन विलियमसन पहले ही थे. रूट भी इस कतार में शामिल हो गए हैं.

अगर आईसीसी रैंकिंग को देखें, तो टेस्ट बल्लेबाजों में सूची बनती है स्मिथ, कोहली, रूट और विलयमसन. इनकी तुलना की जाती रही है कि इनमें बेस्ट कौन है. चारों में काफी समानताएं हैं. कोहली इनमें सबसे उम्रदराज हैं. वो 28 साल के हैं. उन्होंने 54 टेस्ट खेले हैं. स्मिथ 27 के हैं और 50 टेस्ट खेले हैं. विलियमसन और रूट 26 के हैं. एक ने 58 और दूसरे ने 53 टेस्ट खेले हैं.


इन सभी का रिकॉर्ड कमाल का है. इनमें सबसे आगे स्मिथ हैं, जिनकी औसत 60 से ज्यादा है. उन्होंने 17 शतक जमए हैं. रूट की औसत 11 शतकों के साथ 52.8 है. कोहली 16 शतकों के साथ 51.75 की औसत पर हैं. विलियमसन ने 15 शतक जमाए हैं और औसत है 50.07. अनुभव, उम्र और टेस्ट रिकॉर्ड के लिहाज से चारों में काफी समानताएं हैं.

स्मिथ को 2010 में टेस्ट टीम में चुना गया था. पहले टेस्ट में उन्होंने नंबर आठ पर बल्लेबाजी की थी. उन्हें ड्रॉप किया गया. जब वापस आए तो गेंदबाज से बल्लेबाज बन गए थे. उनका अपना तरीका है. अलग तरह की तकनीक है. माइकल क्लार्क से उन्होंने 2015 में टेस्ट कप्तानी ली.

कोहली को लोगों ने 2008 में अंडर-19 टीम की कप्तानी के लिए जाना, जिसने वर्ल्ड कप जीता था. कोहली की इमेज बिगड़ैल युवा की थी. धीरे-धीरे उन्होंने सब कुछ बदला और टेस्ट टीम के कप्तान बने. अभी उस टीम के कप्तान हैं, जो 19 टेस्ट मैचों से अजेय है.

विलियमसन को चारों में तकनीकी रूप से सबसे दक्ष कहा जा सकता है. वह ज्यादा शांतचित्त नजर आते हैं. विलियमसन के लिए ब्रेंडन मैक्कलम की जगह भरना आसान नहीं था. विलियमसन बहुत जल्दी अपने रोल में आए. उन्होंने अपनी तरह काम किया. पहले वालों की नकल करने की कोशिश नहीं की.

टेस्ट कप्तान के तौर पर रूट क्या करते हैं, यह अभी देखना होगा. पीटरसन के टीम से बाहर होने के बाद रूट इंग्लैंड के बेस्ट टेस्ट बल्लेबाज हैं. रूट को अपने अर्ध शतकों को विशाल स्कोर में तब्दील करने की चुनौती है.