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क्या ये खिलाड़ी लेगा टीम इंडिया में धोनी की जगह

लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में धोनी के रिप्लेसमेंट के तौर पर ऋषभ पंत, संजू सैमसन और इशान किशन को देखा जा रहा है

Neeraj Jha

महेंद्र सिंह धोनी के फॉर्म और उनके रिटायरमेंट को लेकर मीडिया और मीडिया के बाहर चर्चा जारी है. ऐसे में उनका उत्तराधिकारी कौन होगा – इसे लेकर भी बातें की जा रही हैं. लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में धोनी के रिप्लेसमेंट के तौर पर ऋषभ पंत, संजू सैमसन और इशान किशन को देखा जा रहा है. तीनों ने ही अपने फॉर्म से दर्शकों और सेलेक्टर्स को समय-समय पर प्रभावित करते रहे है.

इशान किशन को हाल फिलहाल में झारखंड टीम की कप्तानी सौंपी गई है और जिन्होंने हाल फिलहाल में घरेलू क्रिकेट में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है. इसके अलावा डिफेंडिंग चैंपियंस मुंबई इंडियंस के विकेटकीपर बैट्समैन के तौर पर चुने जाने से उनकी दावेदारी और भी बढ़ गई है. हिंदी फर्स्टपोस्ट ने उनसे कई मुद्दों पर खास बातचीत की.


आईपीएल में उम्मीद से कही ज्यादा मिला

आईपीएल 2018 की नीलामी में शिखर धवन, युवराज सिंह, हरभजन सिंह, फॉफ ड्यू प्लेसी, डेविड मिलर जैसे दिग्गजों को पछाड़ मुंबई इंडियंस की टीम में छह करोड़ बीस लाख रुपये में बिके इशान किशन ने बताया कि क्रिकेट में पैसा नहीं, प्रदर्शन ज्यादा मायने रखता है. इशान पिछले दो सीजन से गुजरात से जुड़े थे. उस समय उनका बेस प्राइस 10 लाख था, जबकि वे 35 लाख में बिके थे. इस बार उन्होंने अपनी बेस प्राइस 40 लाख रखी और लगभग 15 गुणा ज्यादा मूल्य पर बिके.

इतने पैसे मिलने की उम्मीद थी? इशान मानते हैं कि उन्हें इतने पैसे मिलने की उम्मीद तो नहीं थी. लेकिन उनको अपने काबिलियत पर पूरा भरोसा था. इशान इस बात को लेकर खुश हैं कि वो इस बार टीम में पार्थिव पटेल की जगह लेंगे और उन्हें बतौर विकेटकीपर प्लेइंग 11 का हिस्सा भी बनने का मौका मिलेगा. खुद इशान को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस में जाने की उम्मीद थी. इशान ने कहा कि उन्हें रोहित शर्मा और काइरन पोलार्ड जैसे बड़े खिलाड़ियों के साथ खेलने से बहुत से काफी कुछ सीखने का मौका मिलेगा.

इशान मानते हैं कि मुंबई ने उन पर जो भरोसा जताया है, उस पर खरा उतरने की वो पूरी कोशिश करेंगे. उनके लिए सबसे बड़ी बात यह होगी कि उन्हें सचिन तेंदुलकर के साथ काम करने का मौका मिलेगा और वो इस अनुभव का पूरा फायदा उठाने की कोशिश करेंगे.

धोनी को मानते हैं अपना आदर्श

झारखंड के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन अपने आदर्श महेंद्र सिंह धोनी के ही पद चिन्हों पर चल रहे हैं. इशान को धोनी की तरह उनके आक्रामक बैटिंग स्टाइल के लिए जाना जाता है. खास बात ये है कि धोनी को अपना गुरु मानने वाले इशान को उन्हीं के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जा रहा है.

इस सीजन धोनी झारखंड की रणजी टीम के लिए बतौर मैंटोर काम कर रहे हैं. उनकी उपस्थिति का फायदा उनको हुआ है. इशान ने न केवल अपनी बल्लेबाजी की जगह बदली साथ ही खेल को लेकर अपना नजरिया भी बदला. विकेट के पीछे चपलता और बड़े स्कोर बना सकने की क्षमता इस क्रिकेटर को धोनी की जगह ले सकने के बड़े दावेदारों में एक बनाती है. इशान बताते हैं कि धोनी ने उन्हें हमेशा ही सपोर्ट किया है और हर मौके पर उन्हें गाइड करते रहे हैं. शायद यही वजह थी की आईपीएल बिडिंग के दौरान चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम भी इशान को टीम में लेने के लिए कोशिश करती रही.

इस साल बतौर कप्तान और विकेटकीपर इशान ने विजय हजारे वन-डे क्रिकेट ट्रॉफी में सौराष्ट्र के खिलाफ 7 छक्के लगाकर महेंद्र सिंह धोनी का रिकॉर्ड तोड़ा. धोनी ने 2016-17 में छत्तीसगढ़ के खिलाफ 6 छक्के लगाए थे.

डोमेस्टिक क्रिकेट में उम्दा प्रदर्शन

झारखंड की ओर से खेलते हुए उन्होंने वह कारनामा कर दिखाया है जो धोनी भी कभी नहीं कर सके. इशान ने अपनी बल्लेबाजी के दम पर झारखंड को पिछले सीजन पहली बार रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंचाने में प्रमुख भूमिका अदा की है. यही वजह रही कि धोनी की गैरमौजूदगी में उन्हें इस सीजन झारखंड की कप्तानी की बागडोर सौंप दी गई.

इशान ने इस सीजन बेहतरीन बल्लेबाजी की और दिल्ली, कर्नाटक और असम के खिलाफ शानदार शतक जड़े. दिल्ली के खिलाफ थुंबा में खेली 273 रन की पारी के दौरान इशान ने रणजी ट्रॉफी के एक मैच में सबसे ज्यादा छक्के जड़ने का रिकॉर्ड कायम किया. इसके साथ ही वह झारखंड क्रिकेट के 81 साल के इतिहास में सबसे लंबी पारी खेलने वाले खिलाड़ी भी बने. झारखंड की ओर से खेलते हुए धोनी भी इस तरह के कारनामे नहीं कर सके थे.

इस सीजन भी विजय हजारे ट्रॉफी में इशान का बल्ला जमकर बोल रहा है. टूर्नामेंट में खेले गए मुकाबलों में इशान ने 1 शतक और 1 अर्द्धशतक के साथ करीब 66 के औसत से 262 रन बनाए. भले ही इस टूर्नामेंट में टीम ने अच्छा नहीं किया लेकिन इशान ने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित कर दिया है. सर्विसेज के साथ खेले गए तीसरे मुकाबले में इशान ने शानदार 106 रनों की पारी खेली जिसमें 13 चौके और 4 छक्के शामिल है. रणजी सीजन में भी बाएं हाथ के इस ओपनर ने कर्नाटक के खिलाफ नाबाद 159, दिल्ली के खिलाफ 273 और सौराष्ट्र के खिलाफ 136 रनों की पारी खेलकर अपनी प्रतिभा की झलक दिखाई.

अंडर 19 का अनुभव आ रहा है काम

इशान किशन सबसे पहले लाइमलाइट में 2015 में आए, जब रणजी ट्रॉफी मैच में उन्होंने 69 गेंदों में ताबड़तोड़ 87 रन बनाए थे. उसके बाद उन्हें अंडर 19 की कप्तानी करने का मौका मिला. श्रीलंका में अंडर 19 की त्रिकोणीय श्रृंखला में टीम को जीत दिलवाई. इस जीत के बाद धोनी के रिप्लेसमेंट के तौर पर उन्हें देखा जाने लगा. इशान मानते हैं कि इस दौरान उन्हें भारत के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ के साथ काम करने से बहुत कुछ सीखने को मिला. राहुल ने उन्हें अपने फुटवर्क सुधरने की सलाह दी थी, जो अब तक कारगर है.

रणजी में बिहार के शामिल होने से हैं खुश

अगले सत्र से बिहार के रणजी खेलने को मिली हरी झंडी पर इशान ने कहा कि वो अपने राज्य के क्रिकेटरों को बहुत अच्छे से जानते है. 17 साल से सारे खिलाडी इस मौके की तलाश में थे और अब जब उन्हें मिला है तो वे इसे हाथ से जाने नहीं देंगे. यह पूछे जाने पर की क्या अब बिहार टीम का नेतृत्व करेंगे, इस पर इशान ने कहा कि वो फिलहाल तो झारखंड के लिए ही खेलना पसंद करेंगे, लेकिन जहां भी उनकी जरूरत बिहार टीम को महसूस होगी, वो खिलाड़ियों से अपने अनुभव जरूर शेयर करेंगे.