रजनीश गुरबानी की शानदार गेंदबाजी के दम पर विदर्भ ने रणजी ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल में गुरुवार को आठ बार की विजेता टीम कर्नाटक पर पांच रनों से रोमांचक जीत दर्ज कर पहली बार फाइनल में जगह बनाई. यह रणजी ट्रॉफी के पिछले कुछ सालों के सबसे करीबी और संघर्षपूर्ण मुकाबलों में से एक था. अंतिम दिन के 75 मिनट के खेल को छोड़ दें तो बाकी मैच पर कर्नाटक का दबदबा रहा, लेकिन फिर भी जीत उसकी मुट्ठी से फिसल गई. विदर्भ का सामना अब फाइनल में दिल्ली से होगा. खिताबी मुकाबला इंदौर के होल्कर स्टेडियम में 29 दिसंबर से खेला जाएगा.
कोलकाता के ईडन गार्डेंस में विदर्भ और कर्नाटक का मुकाबला रोमांचक मोड़ पर था. पहली पारी में 94 रन देकर पांच विकेट झटकने वाले गुरबानी ने फिर दूसरी पारी में भी शानदार प्रदर्शन किया और अकेले दम पर कर्नाटक की टीम को 192 रन पर समेटने में अहम भूमिका अदा की जिसे जीत के लिए 198 रन का लक्ष्य मिला था. उन्होंने मैच विजेता बनकर दूसरी पारी में 68 रन देकर सात विकेट झटके.
विदर्भ को जीत के लिए अंतिम दिन महज तीन विकेट की दरकार थी. विदर्भ की टीम पांचवें और अंतिम दिन कागज पर जीत की दावेदार थी, लेकिन कर्नाटक के पुछल्ले बल्लेबाजों ने इतनी जल्दी हार नहीं मानी और लक्ष्य से केवल पांच रन पहले ही आउट हुए. कर्नाटक ने सात विकेट पर 111 रन से खेलना शुरू किया. विनय कुमार 19 और श्रेयस गोपाल एक रन पर खेल रहे थे.
गोपाल नाबाद 24 रन बनाकर एक छोर पर डटे थे, लेकिन दूसरे छोर पर विकेट गिर गए. विनय 36 रन बनाकर आउट हुए. विनय के आउट होने के बाद अभिमन्यु मिथुन ने 26 गेंद में 33 रन बनाए. गोपाल और मिथुन ने नौंवे विकेट के लिए 48 रन की भागीदारी निभाई. गुरबानी ने 10 गेंद के अंदर दो विकेट झटककर विदर्भ को जीत दिलाई. गुरबानी के करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. विदर्भ के लिए कुल 12 विकेट लेने वाले गुरबानी को मैन ऑफ द मैच चुना गया.
संक्षिप्त स्कोर : विदर्भ (पहली पारी)- 185, कर्नाटक (पहली पारी)- 301, विदर्भ (दूसरी पारी)- 313, कर्नाटक (दूसरी पारी)- 192