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रणजी ट्रॉफी फाइनल: विशाल लक्ष्य के आगे गुजरात की सधी शुरुआत

गुजरात को जीत के लिए 265 और रनों की जरूरत

IANS

पहले दो दिन पिछड़ी दिखाई दे रही मुंबई ने शानदार वापसी की. तीसरे दिन मुंबई ने मैच में वापसी की और चौथे दिन खुद को मजबूती से मैच में ले आए. अभिषेक नायर (91), श्रेयस अय्यर (82) और कप्तान आदित्य तारे (69) की पारियों ने इस वापसी में अहम भूमिका निभाई.

इंदौर में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी फाइनल में मुंबई ने शुक्रवार को अपनी दूसरी पारी में 411 रन बनाते हुए गुजरात के सामने 312 रनों का मजबूत लक्ष्य रखा.है। होल्कर स्टेडियम में खेले जा रहे इस मैच में गुजरात ने दिन का खेल खत्म होने तक बिना कोई विकेट खोए 13.2 ओवरों में 47 रन बना लिए हैं. सलामी बल्लेबाज प्रियंक पांचाल 34 और समित गोहेल नौ रन बनाकर विकेट पर हैं. गुजरात को अपना पहला रणजी ट्रॉफी खिताब जीतने के लिए अभी भी 265 रनों की दरकार है जबकि उसके पूरे दस विकेट बाकी हैं.


मुंबई की पहली पारी 228 रनों पर ही सिमट गई थी. जवाब में गुजरात ने अपनी पहली पारी में 328 रन बनाते हुए 100 रनों की बढ़त ले ली थी. अपने तीसरे दिन के स्कोर तीन विकेट पर 208 रनों से आगे खेलने उतरी मुंबई ने अपने खाते में 30 रन जोड़े थे कि सूर्यकुमार यादव (49) को रुश कलारिया ने अर्धशतक पूरा नहीं करने दिया. विकेट के पीछे पार्थिव पटेल के हाथों कैच करा उन्होंने दिन का पहला झटका दिया.

तीसरे दिन की रिपोर्ट

तीसरे दिन नाबाद लौटने वाले कप्तान तारे दूसरे छोर पर खड़े हुए थे. सिद्धेश लाड (15) को 270 के कुल स्कोर पर आर.पी.सिंह ने पवेलियन भेजा. लाड के बाद नायर ने विकेट पर कदम रखा. दूसरे छोर से नियमित अंतराल पर विकेट गिर रहे थे. लेकिन नायर एक छोर से रन बनाते जा रहे थे.

तारे 297 के कुल स्कोर पर हार्दिक पटेल की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए. अंत में बलविंदर संधू (20) और विशाल दाभोलकर (12) ने नायर का साथ दिया और उनके साथ विकेट पर खड़े रहे. दूसरे छोर पर नायर तेजी से रन बटोरते हुए शतक की ओर बढ़ रहे थे. लेकिन आर.पी.सिंह ने नायर को शतक पूरा नहीं करने दिया. उनको 411 के कुल स्कोर पर पगबाधा करा मुंबई की दूसरी पारी का अंत किया. नायर ने अपनी पारी में 146 गेंदें खेलीं और पांच चौके तथा इतने ही छक्के लगाए.

गुजरात की तरफ से चिंतन गाजा ने सर्वाधिक छह विकेट लिए. आर.पी.सिंह ने दो विकेट लिए। कलारिया और पटेल को एक-एक विकेट मिला.

अपनी दूसरी पारी खेलने उतरी गुजरात की सलामी जोड़ी ने टीम की उम्मीद के मुताबिक शुरुआत दी और दिन का खेल खत्म होने तक कोई भी विकेट नहीं गिरने दिया. विकेट लेने के लिए मुंबई ने अपने शीर्ष चार गेंदबाजों का इस्तेमाल किया लेकिन कोई भी गेंदबाज विकेट हासिल नहीं कर सका.