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रणजी ट्रॉफी फाइनल : पहली बार खिताब पर नजर लगाए विदर्भ को दिल्ली से मिलेगी कड़ी चुनौती

विदर्भ के गेंदबाज गुरबानी और दिल्ली के बल्लेबाज गंभीर के बीच दिलचस्प जंग की उम्मीद

FP Staff

विदर्भ और दिल्ली की टीमें इंदौर में शुक्रवार से शुरू हो रहे रणजी ट्रॉफी फाइनल में आमने-सामने होंगी तो दर्शकों को रोमांचक क्रिकेट की सौगात मिलेगी. विदर्भ अपने पहले खिताब से एक जीत दूर है, जबकि दिल्ली के पास आठवीं बार खिताब जीतने का मौका है. इस मुकाबले को विदर्भ के मध्यम तेज गेंदबाज रजनीश गुरबानी और दिल्ली के अनुभवी बल्लेबाज गौतम गंभीर के बीच जंग के तौर पर भी देखा जा रहा है.

रजनीश गुरबानी इस सत्र की खोज साबित हुए हैं, जिन्होंने कोलकाता में सेमीफाइनल में सितारों से सजे कर्नाटक के बल्लेबाजी क्रम की चूलें हिला दी थीं. उनके लिए हालांकि गंभीर के बल्ले पर अंकुश लगाना कड़ी चुनौती होगा. भारतीय टीम से बाहर सलामी बल्लेबाज गंभीर ने इस सत्र में तीन शतक और दो अर्धशतक लगाए हैं.


देश के प्रीमियर घरेलू टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहली बार पहुंचने वाली विदर्भ की टीम ने कई अप्रत्याशित जीत दर्ज की हैं. विदर्भ के सुनहरे सफर का अंत अगर होल्कर स्टेडियम में हार के साथ होता है तो दिल्ली एक दशक बाद आठवां खिताब जीतेगा. पिछले सत्र में दिल्ली की टीम विवादों से घिरी रही, जिनमें कप्तान गौतम गंभीर और कोच केपी भास्कर के बीच विवाद प्रमुख रहा.

इसके बावजूद टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और विवादों का अपने खेल पर असर नहीं पड़ने दिया. विदर्भ के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली उसे हल्के में लेने की गलती नहीं कर सकती. दिल्ली के कप्तान रिषभ पंत ने कहा, ‘ हमारा फोकस अपने प्रदर्शन पर है. हमें पता है कि यह मैच जीतने के लिए बहुत अच्छा प्रदर्शन करना होगा.’

गंभीर ने निभाई है सूत्रधार की भूमिका

दिल्ली के फाइनल तक के सफर में गंभीर ने सूत्रधार की भूमिका निभाई है. मध्य प्रदेश के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में लक्ष्य का पीछा करते हुए चौथी पारी में गंभीर ने 95 रन बनाए और बंगाल के खिलाफ सेमीफाइनल में सैकड़ा जड़ा. युवा सलामी बल्लेबाज कुणाल चंदेला ने भी सेमीफाइनल में शतक बनाया. मध्यक्रम में नीतीश राणा ने रन बनाए हैं. सात बार की चैंपियन दिल्ली के पास पंत के रूप में युवा कप्तान हैं जो बल्ले से नाकाम रहने के बावजूद विकेटकीपिंग से छाप छोड़ने में कामयाब रहे हैं. तेज गेंदबाज नवदीप सैनी ने लगातार विकेट लिए हैं. बंगाल के खिलाफ सेमीफाइनल में उन्होंने सात विकेट चटकाए. बायें हाथ के स्पिनर विकास मिश्रा ने दिल्ली के लिए इस सत्र में सर्वाधिक विकेट लिए हैं.

फजल और रामास्वामी पर विदर्भ का दारोमदार

विदर्भ के लिए फैज फजल ने 76 . 63 की औसत से 843 रन बनाए, जबकि संजय रामास्वामी 735 रन बना चुके हैं. मुंबई के साथ कई खिताब जीत चुके अनुभवी वसीम जाफर और कोच चंद्रकांत पंडित का अनुभव टीम के काफी काम आया है. अनुमान लगाया जा रहा है कि और कोच चंद्रकांत पंडित फाइनल में भी करिश्मा कर विदर्भ को पहली बार खिताब दिला इतिहास रच सकते हैं.

टीमें : विदर्भ : फैज फजल (कप्तान), संजय रामास्वामी, वसीम जाफर, गणेश सतीश, अपूर्व वानखेडे, विनोद वाडेकर, आदित्य सरवटे, अक्षर वखारे, सिद्धेश नेराल, रजनीश गुरबानी, कर्ण शर्मा, शलभ श्रीवास्तव, सिद्धेश वाठ, अक्षर कर्णवार, सुनिकेत बिंगेवार, रविकुमार ठाकुर, आदित्य ठाकरे.

दिल्ली : रिषभ पंत (कप्तान) , गौतम गंभीर, कुणाल चंदेला, ध्रुव शोरे, नीतीश राणा, हिम्मत सिंह, मनन शर्मा, विकास मिश्रा, विकास टोकस, नवदीप सैनी, कुलवंज खेजरोलिया, आकाश सूदन, शिवम शर्मा, उन्मुक्त चंद, मिलिंद कुमार.

(एजेंसी इनपुट के साथ)