आरसीए की मतदान प्रक्रिया सोमवार को पूरी हो गई. लेकिन मोहरबंद मतदान पेटियों को उच्च न्यायालय के अगले आदेश तक कोषागार में रखा गया है. आरसीए के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी के बेटे रुचिर मोदी का शीर्ष पद के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीपी जोशी से मुकाबला है. जोशी भी संस्था के पूर्व अध्यक्ष हैं. लोढ़ा समिति की सिफारिशों के अनुरूप छह पदों के लिए हुए मतदान में ज्यादा समय नहीं लगा क्योंकि राज्य की खेल संहिता के अनुसार केवल 33 जिला क्रिकेट संघों को ही मतदान का अधिकार हासिल था.
जोशी गुट और मोदी गुट दोनों ही अपनी जीत का दावा कर रहे हैं लेकिन अदालत के आदेश से समर्थकों का उत्साह कुछ ठंडा पड़ गया. जब तक अदालत परिणाम घोषित करने का आदेश नहीं देती तब तक मतदान पेटियां मोहरबंद कर दी गई हैं. इससे पहले हालांकि काफी नाटकीय घटनाक्रम हुआ. चुनावों के लिए नियुक्त किए गए लोकपाल न्यायमूर्ति ज्ञान सुधा मिश्रा ने उच्च न्यायालय से मतदान पेटियों को अपने संरक्षण में रखने का आग्रह किया. अदालत ने ऐसा करने से इन्कार कर दिया और लोकपाल से कहा कि वह मतदान पेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित करे. यह पता चला है कि पेटियों को कोषागार में रखा गया है. दोनों गुट मतदान पेटियों को कोषागार में रखने के फैसले के खिलाफ अदालत जा सकते हैं.