पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) एक बार फिर से स्पॉट फिक्सिंग को जांच कमेटी बिठा सकती है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार किए गए दावे पर पीसीबी स्पॉट फिक्सिंग के मामले दो और खिलाड़ी शामिल थे या नहीं इसकी जांच कर सकता है.
‘जंग’ समाचार पत्र के अनुसार पिछले गुरुवार को बोर्ड की तीन सदस्यीय भ्रष्टाचार रोधी पंचाट के समक्ष ब्रिटेन की राष्ट्रीय क्राइम एजेंसी में संचालन अधिकारी के बयान में दौरान लगातार बल्लेबाज उमर अकमल और तेज गेंदबाज मोहम्मद समी का नाम सामने आया.
बोर्ड के सूत्रों ने बताया कि इन दोनों के पीसीबी की भ्रष्टाचार रोधी संहिता के उल्लंघन की पुष्टि किए बिना वे इन्हें नोटिस या आरोप पत्र नहीं भेज सकते.
एक सूत्र ने कहा, ‘बयान में उनके नाम का जिक्र है और एनसीए अधिकारी ने खुलासा किया था कि सट्टेबाज मोहम्मद यूसुफ ने कई बार उनका नाम लिया.’ हाल के महीने में उमर को दोबार पाकिस्तान टीम से बाहर किया गया है. वह वेस्टइंडीज दौरे और चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान फिटनेस टेस्ट में विफल रहे थे.
मोहम्मद समी मार्च 2016 के बाद से पाकिस्तान की ओर से नहीं खेले हैं. वह तब मोहाली में विश्व टी20 टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले थे.
इससे पहले, पीएसएल में स्पॉट फिक्सिंग की शिकायत के बाद पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान पर एक साल का बैन लगाया गया था. इरफान पर दस लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है. इरफान को बुकी ने ऑफर किया था लेकिन इसकी जानकारी उन्होंने बोर्ड को नहीं दी थी.
इरफान के एक साल के बैन में आधा निलंबित होगा. इसका मतलब यह है कि वो इस बैन को दो हिस्सों में पूरा करेंगे. पहला छह महीने तक चलेगा. उसके बाद रिव्यू किया जाएगा. अगर वो सारे नियमों का पालन करते हैं, तो उसके बाद छूट दी जा सकती है. इरफान अगले छह महीने तक किसी भी तरह की क्रिकेट का हिस्सा नहीं हो पाएंगे. उनका सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट भी निलंबित रहेगा.