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'रिवर्स स्विंग एक कला है, बॉल टेंपरिंग के नाम पर इसे बदनाम मत करो'

रिवर्स स्विंग को बॉल टेंपरिंग की बेइमानी के साथ जोड़े जाने से खफा हैं सबसे पहले इसका इस्तेमाल करने वाले पाकिस्तान के यह तेज गेंदबाज

FP Staff

पिछले एक सप्ताह में क्रिकेट की दुनिया में इस खेल से जुड़ी जिस बात की सबसे ज्यदा चर्चा हो रही है वह है रिवर्स स्विंग. माना जा रहा है कि केपटाउन में मेजबान टीम के खिलाफ तीसरे टेस्ट में गेंद को रिवर्स स्विंग के मुफीद बनाने के लिए डेविड वॉर्नर ने बेनक्रॉफ्ट को बॉल टेंपरिंग करने का काम सौंपा था जिसमें कप्तान स्मिथ की भी सहमति थी.

क्रिकेट के इस जेंटलमेन गेम में बेइमानी करने की सजा तो इन तीनों क्रिकेटरों को मिल गई है लेकिन इस पूरे वाकिए ने रिवर्स स्विंग को चर्चा में ला दिया है. साथ ही क्रिकेट जगत में यह सवाल भी पूछा जा रहा है कि क्या बॉल टेंपरिंग के बिना रिवर्स स्विंग मुमकिन ही नहीं है?


इस सवाल के पाकिस्तान के वह तेज गेंजबाज बेहद खफा हैं जिन्हें रिवर्स स्विंग का जनक और उसके बेहतरीन इस्तेमाल का मास्टर माना जाता है. पाकिस्तान के मशहूर तेज गेंदबाज और रिवर्स स्विंग के सबसे पहले उस्ताद सरफराज नवाज इस बात से नाराज हैं कि रिवर्स स्विंग को बॉल टेंपरिंग के जोड़ कर ऐसे पेश किया जा रहा है जैसे ये दोनों एक ही सिक्के को दो पहलू हों. एएफपी के साथ बात करते हुए उनका कहना है ‘रिवर्स स्विंग को बेइमानी बताना गलत है. बॉल टेंपरिंग के बिना भी रिवर्स स्विंग को हासिल किया जा सकता है.’

55 टेस्ट मैचों में 177 विकेट लेने वाले सरफराज नवाज का कहना है कि जैसे परंपरागत स्विंग होती है वैसे ही रिवर्स स्विंग भी होती है इसे प्रयोगशाला में भी साबित किया जा चुका है कि रिवर्स स्विंग की एक वैज्ञानिक वजह है.

सरफराज का कहना है उन्होंने इस रिवर्स स्विंग की इस कला को इमरान खान को सिखाया और उन्होंने इसे विकसित करते वसीम अकरम और वकार यूनुस को सिखाया. जब इंग्लिश गेंदबाजों ने इसे करना शुरू किया तो फिर इसे एक कला का नाम दे दिया गया.

सरफराज मानते हैं कि रिवर्स स्विंग एक कला है और कला ही रहेगी. इसे बॉल टेंपरिंग के साथ मिलाकर बेइमानी का नाम देना ठीक नहीं है.