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आज का दिन: एक रन पर लिए तीन विकेट, फिर अगले शिकार के लिए करना पड़ा 237 रनों का इंतजार

12 मार्च, 1983 को वेस्‍ट इंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्‍ट मैच के दूसरे दिन टीम इंडिया ने 1 रन पर मेजबान के तीन विकेट गिरा दिए थे

FP Staff

पूर्व भारतीय गेंदबाज बलविंदर संधू भले ही अपने नाम से विश्व के दूसरे बल्लेबाजों को अधिक नहीं डरा पाएं, लेकिन 1983 में त्रिनिदाद में कप्तान कपिल देव की मदद से उन्होंने वेस्टइंडीज के दिग्गजों में खौफ पैदा कर दिया था. 1983 में 12 मार्च को संधू और कपिल देव ने मिलकर कैरिबियाई टीम को एक रन पर तीन बड़े झटके दे डाले थे, लेकिन इसके बाद उन्हें अगले विकेट के लिए 200 से ज्यादा रनों का इंतजार भी करना पड़ा. वेस्टइंडीज दौरे पर गई टीम इंडिया 11 से 16 मार्च तक पोर्ट आॅफ स्पेन में सीरीज का दूसरा मैच खेलने उतरी और पहली पारी में 175 रन पर सिमट गई और मैच के दूसरे दिन यानी 12 मार्च को मेजबान टीम को टीम इंडिया के गेंदबाजों का जलवा जरूर देखने को मिला.

एक रन पर शीर्ष क्रम के तीन बल्लेबाजों को भेज दिया था पवेलियन


संधू ने कैरेबियाई पारी की शुरुआत करने आए सलामी बल्लेबाज गॉर्डन ग्रिनीज और डेसमेंड हेंस को बिना खाका खोले आउट किया. इसके तुरंत बाद कपिल देव ने विवियन रिचडर्स को एक रन पर आउट कर पवेलियन भेज दिया. भले ही टीम इंडिया के हाथ शुरुआत में तीन बड़ी सफलताएं लग गई हों, लेकिन चौथे विकेट के लिए बहुत अधिक इंतजार करना पड़ा. एक रन पर तीन विकेट गिरने के बाद वेस्टइंडीज टीम का चौथा विकेट 238 रन पर कप्तान क्लाइव लॉयड (143) के रूप में गिरा. इस पारी में लैरी गोम्स ने 123 रन की पारी खेली और कपिल देव ने तीन विकेट लिए.

कैरेबियाई टीम ने अपनी पहली पारी में 394 रन बनाकर भारत पर 219 रनों की बढ़त हासिल कर ली. अपनी दूसरी पारी में भारत ने अच्छी शुरुआत की और आखिरी दिन तक मैच खींचकर मुकाबला ड्रॉ करवा दिया. टीम इंडिया मोहिंदर अमरनाथ के 117 और कपिल देव की 100 रन की शानदार पारी की मदद से इस मैच को ड्रॉ कराने में सफल रही.