अदभुत, शानदार, अविश्वसनीय. भारत की इस जीत के लिए ये शब्द भी कम हैं. जब लगने लगा था कि भारत शायद ये मैच हार जाएगा. उसके कट्टर समर्थक भी मायूस हो गए थे. लेकिन ऐसे में कोई कमाल होना बाकी था. अंतिम गेंद पर भारत को जीत के लिए पांच रन की दरकार थी. तभी दिनेश कार्तिक के आखिरी गेंद पर लगाए गए सिक्सर के दम पर भारत ने रविवार को कोलंबो में सांस थाम देने वाले फाइनल में बांग्लादेश को चार विकेट से हराकर निदाहास ट्रॉफी त्रिकोणीय टी-20 ट्रॉफी जीत ली.
भारत के सामने 167 रन का लक्ष्य था, लेकिन उसे अंतिम दो ओवरों में 34 रन चाहिए थे. ऐसे समय पर कार्तिक (आठ गेंदों पर 29 रन, दो चौके, तीन छक्के) ने क्रीज पर कदम रखा. उन्होंने रूबैल हुसैन के पारी के 19वें ओवर में दो चौकों और दो छक्कों की मदद से 22 रन लिए. अब अंतिम छह गेंदों पर 12 रन की दरकार थी जो विजय शंकर (17) के आउट होने से अंतिम गेंद पर पांच रन पहुंच गया. सौम्य सरकार की इस गेंद पर कार्तिक ने कवर के ऊपर से छक्का लगाकर किसी टी-20 टूर्नामेंट के फाइनल में भारत को तीसरी जीत दिलाई. भारत ने छह विकेट पर 168 रन बनाए. भारत की जीत में कप्तान रोहित शर्मा ने भी 46 गेंदों पर 56 रन की पारी खेलकर अहम भूमिका निभाई.
भारत ने 32 रन पर गंवाए दो विकेट
भारत की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही और उसने चौथे ओवर तक शानदार फॉर्म में चल रहे शिखर धवन (10) और अनुभवी सुरेश रैना (00) के विकेट गंवा दिए जिससे स्कोर दो विकेट 32 रन हो गया. बांग्लादेश के खिलाफ पिछले मैच में 89 रन बनाने वाले रोहित ने मेंहदी हसन के पारी के दूसरे ओवर में ही दो छक्के और एक चौका जड़ा और फिर बायें हाथ के स्पिनर नजमुल इस्लाम का भी उन्होंने चौके और लांग ऑफ पर गगनचुंबी छक्के से किया.
बांग्लादेशी गेंदबाजों ने लगाया अंकुश
लेकिन इसके बाद बांग्लादेशी गेंदबाज रनों पर अंकुश लगाने में सफल रहे. केएल राहुल (24) ने रोहित के साथ तीसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़ने के बाद इनाम में अपना विकेट दिया. बीच में चार ओवर में केवल 16 रन बने. रोहित ने 35 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया, लेकिन इसके बाद उन्होंने लांग ऑन पर हवा में लहराता में कैच दे दिया. उन्होंने अपनी पारी में चार चौके और तीन छक्के लगाए.
कार्तिक ने पूरे मैच का नक्शा बदल दिया
मनीष पांडे (27 गेंदों पर 28 रन) शुरू में जूझते नजर आए, लेकिन बाद में उन्होंने सौम्य सरकार पर दो चौके लगाए जिससे आखिरी पांच ओवर में भारत को 52 रन चाहिए थे. जब भारत को आखिरी 18 गेंदों पर 35 रन की दरकार थी तब विजय शंकर ने मुस्तफिजुर रहमान की चार गेंदें खाली जाने दीं. इस ओवर में केवल एक रन बना और आखिरी गेंद पर मनीष पांडे भी कैच दे बैठे. इसके बाद कार्तिक ने दो ओवर में मैच का पूरा नक्शा बदल दिया.
शब्बीर रहमान के इर्द गिर्द घूमती रही बांग्लादेशी पारी
इससे पहले बांग्लादेशी पारी शब्बीर रहमान के इर्द गिर्द घूमती रही. रहमान ने 50 गेंद पर 77 रन बनाए और इस दौरान अपनी पारी में सात चौके और चार छक्के लगाए. उनकी पारी की बदौलत बांग्लादेश पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर शुरूआती झटकों के बावजूद आठ विकेट पर 166 रन बनाने में सफल रहा. शब्बीर ने यह पारी तब खेली जब बांग्लादेश ने 33 रन पर चोटी के तीन विकेट गंवा दिए थे. उनके बाद दूसरा बड़ा स्कोर आठवें नंबर के बल्लेबाज मेंहदी हसन (सात गेंदों पर नाबाद 19 रन) का रहा. भारतीय गेंदबाजों ने आखिरी छह ओवरों में 66 रन लुटाए. लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (चार ओवर में 18 रन देकर तीन विकेट) भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे. युवा ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर (चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट) ने फिर से प्रभावित किया. जयदेव उनादकट (33 रन देकर दो विकेट) ने शुरू में रन गंवाने के बाद अच्छी वापसी की, लेकिन शार्दुल ठाकुर और विजय शंकर ने क्रमश: 45 और 48 रन लुटाए.
(एजेंसी इनपुट के साथ)