श्रीलंका में खेली जा रही निदाहास ट्रॉफी में मेजबान श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच खेला गया मुकाबला क्रिकेट के इतिहास में एक ऐसे मुकाबले के तौर पर दर्ज होगा जिसमें एक बल्लेबाज ने चोटिल होने के बावजूद अपने जोश और जुनून के साथ मैच का रुख पलट दिया.
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका की टीम ने जब स्कोर बोर्ड पर इस मैदान पर टी20 का सबसे बड़ा स्कोर 214 रन बनाया तो उसके समर्थकों को शायद ही उम्मीद होगी कि बांग्लादेश की टीम इस टारगेट को हासिल कर लेगी.
लेकिन बांग्लादेश के बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम ने बेहतरीन बल्लेबाजी का ऐसा मुजाहिरा किया कि मेजबान का टीम का यह बड़ा स्कोर भी बौना साबित हो गया. बांग्लादेश के लिए उसके सलामी बल्लेबाजों ने जोरदार बुनियाद रखी.
टीम को जीत के लिए हर ओवर में 10 के करीब रन रेट की दरकार थी और बांग्लादेश के सलामी बल्लेबाजों पावर प्ले का भरपूर उपयोग करते हुए ने उससे ज्यदा की रनरेट को कायम रखा. तमीम इकबाल और लिटन दास ने पहली विकेट के लिए 74 रन की पार्टनरशिप करके अपनी टीम के बाकी बल्लेबाजों का काम आसान कर दिया.
इसके बाद मुशफिकुर रहीम ने पहले सौम्य सरकार और फिर कप्तान महमूदुल्ला के साथ स्कोर बोर्ड को तेज गति से एक्टिव रखा. आखिरी ओवरों में श्री लंका ने दो विकेट जरूर निकाले लेकिन उसके गेंदबाजों के पास मुशफिकुर रहीम का कोई जबाव नहीं था.
19 ओवर की चौथी गेद पर जब बांग्लादेश को जीत हासिल हुई तब मुशफिकुर रहीम 35 गेंद पर 72 रन बनाकर नाबाद थे. सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल ने 47 और लिटन दास ने 43 रन का योगदान दिया.
बेकार गए कुसल परेरा और कुसल मेंडिस के अर्द्धशतक
इससे पहले श्रीलंका की टीम के बल्लेबाजों ने जोरदार प्रदर्शन करके हुए पूरी पारी में बांग्लादेशी गेंदबाजो को बैकफुट पर ऱखा. सलामी जोड़ी ने 56 रन जोड़े और उसके बाद कुसल परेरा और कुसल मेंडिस ने 85 रन की पार्टनरशिप की. कुसल मेंडिस ने 57 और कुसल परेरा ने 74 रन बनाए. उपुल तरंगा ने 15 गेदों में 32 रन की तेज पारी खेली.
सीरीज का अगला मुकाबला अब सोमवार को भारत और श्रीलंका के बीच खेला जाएगा.तीनों ही टीमें अब एक एक मुकाबला जीत चुकी हैं. फाइनल में पहुंचने की दौड़ रोमांचक साबित हो सकती है.