पांच वनडे अंतरराष्ट्रीय मैचों की सीरीज में लगातार शुरुआती दो मैच हारने के बाद मेजबान न्यूजीलैंड के प्रदर्शन पर उंगलियां उठने लगी थीं. माना जा रहा है कि न्यूजीलैंड टीम अपने स्तर के अनुरुप प्रदर्शन नहीं कर पा रही है. सोमवार को माउंट मोनगानुई में तीसरे वनडे मैच में उससे पलटवार की उम्मीद थी. शायद मेजबान टीम दुनिया की नंबर दो टीम के खिलाफ कुछ प्रभाव छोड़कर सीरीज को जीवंत बनाए रखेगी. टॉस ने न्यूजीलैंड का साथ दिया और उसने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, लेकिन उसके सलामी बल्लेबाजों ने एक बार फिर धोखा दे दिया. तीसरे वनडे में मार्टिन गप्टिल और कॉलिन मनरो के बीच पहले विकेट पर सिर्फ दस रन की साझेदारी हो सकी.
ये हाल केवल इस मैच का नहीं है. न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज लंबे समय से बड़ी साझेदारी करने में असफल रहे हैं. पिछले 14 मैचों में उसकी ओर से पहले विकेट पर सबसे बड़ी साझेदारी 34 रन की हुई है. जाहिर है उसके शुरुआती बल्लेबाजों का न चलना भी उसकी असफलता की बड़ी वजह है. कीवी सलामी बल्लेबाजों ने पिछले 14 मैचों में 10, 23, 05, 16, 34, 23, 03, 14, 13, 01, 00, 12, 06, 06 रन बनाए हैं.
न्यूजीलैंड के लिए कप्तान केन विलियमसन पहले वनडे में शीर्ष स्कोरर रहे जबकि दूसरे मैच में क्रीज पर संक्षिप्त समय बिताने के दौरान वह लय में नजर आए. दूसरे वनडे में ऑलराउंडर डग ब्रेसवेल ने 46 गेंद में 57 रन की पारी खेलकर हार के अंतर को कम किया, लेकिन टीम का अन्य कोई बल्लेबाज अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाया.
वहीं, भारतीय टीम वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार चार मैचों से अपनी जीत का सिलसिला बनाए हुए है. भारत ने ऑस्ट्रेलिया को अंतिम दो वनडे मैचों में शिकस्त दी थी और अब न्यूजीलैंड दौरे में भी शुरुआती दो वनडे मैच अपने नाम कर चुकी है. सोमवार को बे ओवल में जीत मिलने पर भारत 3-0 से अपराजेय बढ़त हासिल कर सीरीज जीत लेगा.