view all

हां...मैंने ही बचाई थी धोनी की कप्तानी, और क्या गलत किया! - एन श्रीनिवासन

धोनी ने तोड़ी आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग पर चुप्पी, कभी नहीं बताया मयप्पन को क्रिकेट 'एंथूजियास्ट'- धोनी

FP Staff

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के बीच की नजदीकियां किसी से छिपी नहीं हैं. आईपीएल में धोनी श्रीनिवासन की सीएसके के टीम के कप्तान रहे हैं. श्रीनिवासन के कार्यकाल में धोनी को एक तरह से टीम इंडिया की कप्तानी में फ्री हैंड मिला हुआ था और टीम की नाकामी के बावजूद उनकी कप्तानी बरकरार रही थी.

साल 2012 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया की नाकामी के बाद उस वक्त के सलेक्टर मोहिंदर अमरनाथ धोनी को कप्तानी से हटाना चाहते थे, लेकिन उनका दावा था कि तत्कालीन बोर्ड अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने ऐसा करने से मना कर दिया था. इस घटना के पांच साल बाद श्रीनिवासन ने यह बात कबूली है कि उनके वीटो के चलते ही धोनी की कप्तानी बरकरार रह सकी थी.


समाचार पत्र डेक्कन क्रोनिकल के मुताबिक एन श्रीनिवास ने कहा है, ‘हां मैंने ही अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल करके धोनी की कप्तानी को बचाया था. और इसमें गलत क्या है? आखिर क्रिकेट वर्ल्डकप जीतने वाले कप्तान को हम एक साल के भीतर ही कैसे हटा सकते हैं.’

खबर के मुताबिक श्रीनिवासन ने यह बात एक पत्रकार की किताब में कही है. वहीं श्रीनिवासन के साथ अपने संबंधों पर चुप्पी तोड़ते हुए धोनी ने भी  इस किताब में कहा है, ‘मुझे फर्क नहीं पड़ता कि लोग क्या कहते हैं. श्रीनिवासन क्रिकेटरों के हित के लिए हमेशा तत्पर रहने वाले व्यक्ति हैं.’

धोनी ने 2013 में आईपीएल में हुई स्पॉट फिक्सिंग पर भी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि उन्होंने जांचकर्ताओं को यह नहीं कहा था कि श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन क्रिकेट ‘एंथूजियास्ट’ हैं. मैं तो एंथूजियास्ट शब्द का उच्चारण भी ठीक से नहीं कर सकता. मैंने तो बस इतना कहा था कि टीम से जुड़े मामलों में उसका कोई दखल नहीं है.'

इसके अलावा धोनी ने इस मसले पर कहा कि ‘आप मेरी आलोचना करिए मुझे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन जिस क्रिकेट ने मुझे सब कुछ दिया है आप उस खेल में फिंक्सिंग जैसे मामले का आरोप मेरे ऊपर लगाएंगे तो मुझे भी एक लाइन खींचनी पड़ेगी. यही वजह है कि मैंने इस मसले पर मीडिया से कोई बात नहीं की.