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आखिर क्यों धोनी ने बताया खुद को पुरानी शराब !

बढ़ती उम्र के लेकर परेशान नहीं हैं धोनी

Bhasha

क्रिकेट के मैदान के बाहर भले ही धोनी के संन्यास को लेकर कयास लगाए जा रहे हों.लेकिन धोनी खुद को ऐसी पुरानी शराब की तरह मानते है जो वक्त से साथ और बेहतर होती जाती है.

धोनी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे वनडे  में 79 गेंद में 78 रन की पारी खेली जिससे भारत ने बल्लेबाजी के लिए मुश्किल पिच पर चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया और धोनी खुश हैं कि हाल के समय में शीर्ष तीन बल्लेबाजों के अधिकांश रन बनाने के बाद उन्हें उम्दा पारी खेलने का मौका मिला.


यह पूछने पर कि उम्र बढ़ने के साथ वह कैसे बेहतर हो रहे हैं, धोनी ने तुरंत जवाब दिया, ‘यह वाइन की तरह है.’ मुश्किल पिच पर रन बनाने की संतुष्टि भी धोनी के शब्दों में दिखी. उन्होंने कहा, ‘पिछले डेढ़ साल से हमारा शीर्ष क्रम अधिकांश रन बना रहा है इसलिए मौका मिलना और रन बनाना अच्छा है.’

उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह विकेट की प्रकृति है जिसने पारी को विशेष बनाया. असमान उछाल था और कई बार गति भी. उस समय साझेदारी होना महत्वपूर्ण था. मेरे दिमाग में 250 रन का स्कोर था और हम वहां पहुंचे और केदार ने अंत तक मेरे साथ बल्लेबाजी की. यह ऐसा स्कोर था जिसका गेंदबाज बचाव कर सकते थे लेकिन उन्हें बेहतर गेंदबाजी करनी थी.’