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एलिन की तरह शमी की पत्नी हसीन जहां को गंभीरता से ना लेना होगा बड़ी भूल

हसीन जहां ने शमी पर फिक्सिंग के आरोप लगाए हैं जिसकी बीसीसीआई को तुरंत जांच शुरू कर देनी चाहिए

Jasvinder Sidhu

2009 की बात है. खबर आई कि कार टकरा जाने के कारण गोल्फ के बादशाह टाइगर वुड्स चोटिल हो गए हैं. यह खबर पचने वाली नहीं थी. जब मीडिया ने खोदना शुरू किया तो उस दुर्घटना में लोगों का टाइगर वुड्स पर विश्वास हमेशा के लिए चोटिल हो गया.

पता लगा कि पत्नी एलिन ने चलती कार में गोल्फ स्टिक से वुड को ठोका था. काऱण था कि एलिन को पता लग गया कि वुड्स घर से बाहर कई और औरतों से साथ नाजायज संबंध बनाए हुए है. मामला खुलने पर पहले एलिन को शक्की पत्नी की तरह लिया गया. लेकिन बाद में वही सही साबित हुईं. खेलों की दुनिया का सबसे बड़ा राज वुड्स के फोन मैसेजों के कारण खुला.


टाइगर वुड्स और उनकी पूर्व पत्नी एलिन वुड्स

वुड्स ने फजीहत होने के बाद इन आरोपों के स्वीकार भी कर लिया. लिहाजा तब तक घर टूट चुका था. लेकिन हसीन ने जो आरोप लगाए हैं उन्हें सिर्फ यह कह कर ही खारिज नहीं किया जा सकता कि कोई औरत या पत्नी गुस्से या पागलपन में ऊलजुलूल बक रही है.

हसीन जहां ने लगाए हैं फिक्सिंग के आरोप

हसीन के घरेलू हिंसा से लेकर गैरऔरतों के साथ संबंध और मैच फिक्सिंग जैसे संगीन आरोप अपने पति पर लगाए हैं. ये आरोप सही हैं या गलत, यह कहना जल्दबाजी होगा. लेकिन एक बात पर ध्यान देना जरूरी है कि आरोप लगाने वाले ने भारतीय क्रिकेट को काफी करीब से देखा है.

शायद ही कोई कानून है जो किसी को पराई औरतों के साथ संबंध बनाने को रोकता है. कानून साफ है कि दो वयस्क आपसी रजामंदी से किसी रिश्ते में जाते हैं तो कोई कुछ नहीं कर सकता. नैतिक तौर पर इस तरह के संबंध गलत माने जाते हैं.

घरेलू हिंसा के लिए कानून के कई प्रावधान हैं. लेकिन हसीन ने मैच फिक्सिंग और टीम के साथ दलालों की यात्राओं का भी आरोप लगाया है. सही है या गलत, कम से कम खेल की प्रतिष्ठा के लिए इन आरोपों की जांच होनी चाहिए.

ऐसी खबरे हैं कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने हसीन के आरोपों के बाद शमी का करार रोक दिया है जो कि निहायत ही बेवकूफी भरा कदम है. क्या कल अगर कोई क्रिकेटर संपत्ति या घर में आपसी मारपीट में फंस जाता है तो उसे टीम के बाहर कर दिया जाएगा!

बीसीसीआई को जल्द शुरू करनी चाहिए जांच

बीसीसीआई यहां गंभीरता को समझने से चूक गई है. एक क्रिकेटर की पत्नी जिसने अनेक मौकों पर टीम के साथ सफर किया है, आरोप लगा रही है कि शमी मैच फिक्सिंग में शामिल है या फिर कुछ दलाल खिलाड़ियों के लिए काम कर रहे हैं.

यह काफी गंभीर मामला है. बीसीसीआई को चाहिए कि वह तुरंत इन दो आरोपों पर मामले की जांच शुरू करे. बीसीसीआई की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई हर स्टेडियम के ड्रेसिंग रूम के बाहर अपना एक फोन नंबर चिपकाती है, जिस पर किसी भी तरह की जालसाजी की खबर दी जा सकती है.

जब बीसीसीआई किसी अज्ञात व्यक्ति को फोन पर किसी कथित फिक्सिंग की जांच कर सकती है तो इस मामले में टॉप क्रिकेटर की पत्नी दावा कर रही है कि उसका शौहर गलत लोगों के लिए काम कर रहा है.

शमी का करार रोकने की बजाय बीसीसीआई को इन आरोपों पर तुरंत जांच शुरू करनी चाहिए. यह न केवल शमी बल्कि खुद बीसीसीआई के लिए अच्छा होगा. इससे पहले भी क्रिकेटरों को फांसने के लिए हसीन औरतों का इस्तेमाल हुआ है.

आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट इसके लिए ‘हनी ट्रैप’ शब्द का इस्तेमाल करती है. और… फिर शमी के मामले में एक पाकिस्तानी लड़की का नाम सामने आया है. इस कहानी में दुबई का नाम भी किसी गाने की तरह बज रहा है.

क्या बीसीसीआई के लिए इतना काफी नहीं है हसीन का आरोपों की जांच करने के लिए? यह खुद उसके अपने करारशुदा खिलाड़ी के सम्मान और भविष्य के लिए भी सही होगा.