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ह्यूज की मौत के बाद ले लेना चाहिए था संन्यास - माइकल क्लार्क

ऑस्ट्रेलिया की तरफ से 26 टेस्ट मैच खेलने वाले ह्यूज की नवंबर 2014 में घरेलू मैच के दौरान गर्दन पर गेंद लगने के कारण मौत हो गई थी

Bhasha

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा कि उन्होंने जिस समय संन्यास लिया था उससे एक साल पहले क्रिकेट को अलविदा कह देना चाहिए था क्योंकि अपने दोस्त और टीम के साथी फिलिप ह्यूज की मौत के बाद वह जूझते रहे.

क्लार्क ने 2015 में एशेज श्रृंखला के आखिरी और अंतिम मैच में अपना 115वां टेस्ट खेलकर संन्यास ले लिया था.


ऑस्ट्रेलिया की तरफ से 26 टेस्ट मैच खेलने वाले ह्यूज की नवंबर 2014 में घरेलू मैच के दौरान गर्दन पर गेंद लगने के कारण मौत हो गई थी.

क्लार्क ने ‘वीकली रिव्यू’ से कहा, ‘मुझे अगला मैच नहीं खेलना चाहिए था. मेरा करियर वहीं पर थम जाना चाहिए था. मैं तब टूट चुका था. मैं लंबे समय तक उसकी मौत के गम में डूबा रहा. मैंने तब शोक नहीं जताया क्योंकि मुझे उसके परिवार को देखना और इसके अलावा मैं ऑस्ट्रेलियाई टीम का कप्तान भी था.’ क्लार्क ने कहा कि जून 2015 में वेस्टइंडीज दौरे पर जाना गलती थी.

उन्होंने कहा, ‘वेस्टइंडीज का दौरा मेरी जिंदगी का सबसे बुरा दौरा था. मैं तब काफी भावुक था. मैं छह महीने वेस्टइंडीज में रहा. दिन में एक टीम के रूप में हम जो कुछ भी करते लेकिन रात को जब मैं अपने कमरे में जाता तो रो पड़ता था. आज भी मुझे उसकी कमी खलती है.’