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#MeToo के मसले पर सौरव गांगुली के निशाने पर आए विनोद राय

सीओए चीफ विनोद राय ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बना दी है

FP Staff

यौनाचार के खिलाफ चले #MeToo अभियान की चपेट में आए बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी के खिलाफ अब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और बंगाल क्रिकट ऐसोसिएशन के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने मोर्चा खोल दिया है. गांगुली ने इस मसले पर फैसला लेने के तौर-तरीकों पर सुप्रीम कोर्ट की बनाई प्रशासकों की समिति यानी सीओए  चीफ विनोद राय पर भी निशाना साधा है.

बोर्ड के अधिकारियों को लिए चिट्ठी में गांगुली ने इस मसले से बीसीसीआई की गिरती साख को बचाने के लिए कहा है.


 

गांगुली ने हालांकि बोर्ड के सीईओ का नाम नहीं लिया है लेकिन उनका कहना है, ‘ मैं नहीं जानता कि यह कितना सही है लेकिन यौन प्रताड़ना की हालिया खबरों ने बोर्ड की साख गिरा दी है. और खास तौर से इस मसले को जिस तरह हैंडल किया जा रहा है वह चिंताजनक है. चार सदस्यों की सीओए अब दो सदस्यीय रह गई है और वे दोनों लोग भी इस मसले पर विभाजित हैं.

जाहिर है गांगुली का निशाना विनोद राय ही हैं. सीओए की दूसरी सदस्य डायना एडुलजी ने इस मसले पर राहुल जौहरी को बोर्ड से बाहर का रास्ता दिखाने की बात कही थी लेकिन विनोद राय ने उसे ना मानते हुए इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन कर दिया. इस कमेटी के एक सदस्य पीसी शर्मा ने हितों का टकराव होने का हवाला देकर खुद को इससे अलग कर लिया है जिनकी जगह अब महिला एडवोकेट वीना गौड़ा इसकी सदस्य बन गई हैं.