अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) पर खराब पिच के तमगे को हटाकर उसे इस तरह की पिच दोबारा न बनाने की चेतावनी देकर छोड़ दिया है. आईसीसी ने साथ ही एमसीजी पर जुर्माना भी नहीं लगाया है. आईसीसी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, “एमसीजी को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले गए एशेज सीरीज के चौथे टेस्ट मैच में खराब पिच बनाने को लेकर आधिकारिक चेतावनी छोड़ा जा रहा है.” बॉक्सिंग डे टेस्ट इस सीजन का पहला मैच था, जिसका परिणाम नहीं निकला था. इस मैच में 1000 रन बने थे और 24 विकेट गिरे थे.
बयान में कहा गया है, “आईसीसी मैच रेफरी रंजन मदुगले द्वारा एमसीजी की पिच को खराब बताने के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से मिले जवाब को पढ़ने के बाद हमें लगा कि यह मैदान लगातार उपयोग में आता है और इसका इतिहास खराब पिच बनाने का नहीं रहा. साथ ही यह पता चला है कि एमसीजी और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने भविष्य में अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए अच्छी पिच बनाने को लेकर समिति भी बनाई है.”
जबकि एक हफ्ते पहले ही आईसीसी ने एक बड़ा बयान देते हुए दुनिया में क्रिकेट के सबसे शानदार मैदानों में से एक एमसीजी की पिच को घटिया करार दिया था. मुदुगले ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि एमसीजी पिच पर बाउंस मध्यम था, जबकि उसकी पेस धीमी थी. रिपोर्ट को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को भी दिया गया था. इस रिपोर्ट पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को जवाब देने के लिए 14 दिन का समय दिया गया था.
इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 327 रन बनाए थे और दूसरी पारी 263 रनों पर पारी घोषित कर दी थी. इसमें इंग्लैंड ने एक पारी में ही 491 रन बनाए थे. मुदुगले ने कहा, पांच दिन तक चले टेस्ट मैच में पिच का नेचर नहीं बदला. ऐसे में देखा जाए, तो पिच बल्ले और गेंद के बीच समान संतुलन नहीं बना पा रही थी. इसमें न यह बल्लेबाज के अनुरूप काम कर रही थी और न ही गेंदबाज के अनुरूप.
(एजेंसी इनपुट के साथ)