हर किसी को याद होगा, जब न्यूजीलैंड के अंपायर बिली बाउडन ने एक मैच में अपनी जेब से रेड कार्ड निकाल लिया था. उन्होंने मजाक में वो किया, लेकिन जल्दी ही ये हकीकत बनता दिखाई दे रहा है.
एमसीसी वर्ल्ड क्रिकेट कमेटी ने अपनी बैठक में तमाम बातें सुझाई हैं. इनमें से एक ये भी है कि अगर कोई बदसलूकी हो, तो अंपायर कार्ड दिखा सकता है. कुछ और भी सुझाव हैं, जिनमें ज्यादातर का एक अक्टूबर 2017 से लागू होना तय जैसा माना जा रहा है. हालांकि अभी एमसीसी और आईसीसी की तरफ से भी कई औपचारिकताएं बाकी हैं.
कब दिखाया जाएगा रेड कार्ड
अगर अंपायर को धमकी, किसी खिलाड़ी, अंपायर, दर्शक, अधिकारी के साथ मारा-मारी करना या किसी भी तरह की हिंसा की जाती है, तो अंपायर को कड़े फैसले लेने का हक हो. एमसीसी क्रिकेट कमेटी की सिफारिशों में कहा गया है कि अंपायर उस खिलाड़ी को मैदान से बाहर कर दे. क्रिकेट में अब तक किसी भी गलती के लिए मैच के दौरान सजा का प्रावधान नहीं है.
फील्डर के हेल्मेट पर लगने के बाद कैच
अभी जो नियम हैं, उसके मुताबिक अगर गेंद फील्डर या विकेट कीपर के हेल्मेट के किसी भी हिस्से पर लगती है, तो कैच नहीं माना जाएगा. हाल में मोईन अली और टॉम लैथम को इस तरह जीवनदान मिले हैं. अगर एमसीसी की सिफारिशें मानी गईं, तो अब ऐसे फैसले गेंदबाज के पक्ष में जाएंगे.
ओलिंपिक का हिस्सा बनने की कोशिश
कमेटी ने एक बार फिर कहा है कि क्रिकेट को ओलिंपिक का हिस्सा बनने की कोशिश रखनी चाहिए. नजरे 2024 के ओलिंपिक पर हों, जिसके लिए बुडापेस्ट, लॉस एंजिलिस और पेरिस मेजबानी के दावेदार हैं.