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टीम इंडिया की कैचिंग से नाखुश हैं कोच कुंबले

इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट टेस्ट में भारतीय टीम ने आधा दर्जन कैच छोड़े थे...

FP Staff

विशाखापत्तनम. भारतीय क्रिकेट टीम के कोच अनिल कुंबले को राजकोट टेस्ट में न तो गेंदबाजी को लेकर शिकायत है और न ही बल्लेबाजी को लेकर. उनकी शिकायत फील्डिंग को, खासतौर से कैचिंग को लेकर है. भारतीय टीम अब दूसरे टेस्ट की तैयारी कर रही है, जो विशाखापत्तनम में 17 नवंबर से शुरू होना है. लेकिन बातें अभी राजकोट में हुए पहले टेस्ट की हो रही हैं, क्योंकि मैच भारत ने बमुश्किल बचाया.

मुकाबले में भारतीय टीम ने आधा दर्जन कैच छोड़े थे. ज्यादातर कैच स्लिप कॉर्डन में थे. तबसे लगातार बात चल रही है कि क्या छोटे फॉर्मेट की क्रिकेट ने स्लिप कैचिंग पर असर डाला है? विकेट कीपर ऋद्धिमान साहा ने भी दो कैच टपकाए. कुंबले ने कहा, ‘मुझे लगता है कि कैचिंग ही उस टेस्ट की एकमात्र चीज है, जिसकी हमें चिंता करने की जरूरत है. हमने कैच छोड़कर खुद को नीचा दिखाया. पिछले तीन महीनों से हमने खेल के तीनों मामलों में अच्छा प्रदर्शन किया है. कैचिंग को लेकर भी. लेकिन यहां हमने कमजोर खेल दिखाया.’


‘पुजारा की कोई गलती नहीं’

राजकोट टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा द्वारा डीआरएस न लेने पर भी सवाल उठे थे. पुजारा को एलबीडब्ल्यू आउट दिया गया था. रिप्ले के मुताबिक वह आउट नहीं थे. कुंबले ने उनका बचाव किया, ‘मुझे नहीं लगता कि पुजारा की कोई गलती है. मैदान पर दोनों बल्लेबाजों को लगा कि डीआरएस लेना जरूरी नहीं है, इसलिए उन लोगों ने नहीं लिया.’ लेकिन कुंबले ने यह जरूर माना कि इस विकेट ने असर डाला, ‘अगर पुजारा आउट नहीं होते, तो शायद हम एक विकेट पर 170 पर मैच खत्म करते.’ शायद कुंबले यही कहना चाहते थे कि अगर एक विकेट गिरा होता, तो भारत के बैकफुट पर होने और इंग्लैंड को मनोवैज्ञानिक फायदा होने की बातें नहीं की जा रही होतीं.

गेंदबाजों का भी किया समर्थन

कुंबले इस बात को भी मानने के लिए तैयार नहीं हैं कि इंग्लैंड के स्पिनर्स को मनोवैज्ञानिक फायदा हुआ. भारतीय स्पिनर्स ने राजकोट टेस्ट में नौ विकेट लिए थे, जबकि इंग्लैंड के स्पिनर 13 विकेट झटकने में कामयाब हुए थे. उन्होंने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि इंग्लैंड के स्पिनरों को हमसे ज्यादा विकेट मिला, इसकी वजह से कोई नुकसान हुआ। हम अपनी रणनीति के मुताबिक टीम का चयन करेंगे. हम पिच के हालात के मुताबिक खेलेंगे. हमें 20 विकेट लेकर मैच जीतना है. एक बार हमें माहौल का सही अंदाजा हो जाए, तो हम योजना बनाएंगे.’

कुंबले ने तेज गेंदबाजों की भी तारीफ की और कहा कि शमी और उमेश ने अच्छी गेंदबाजी की। उन्होंने कहा, ‘अगर आप पहली पारी देखें, तो दोनों टीमों ने करीब 160 ओवर बल्लेबाजी की. वहां पर गेंदबाजों के लिए विकेट लेना बड़ी चुनौती थी. आखिरी दिन के 60 ओवर्स को छोड़कर मुझे बल्लेबाजी में कोई गड़बड़ नहीं दिखी. दोनों टीमों की तरफ से छह शतक लगे. दो हमारी तरफ से और चार उनकी तरफ से. कुल मिलाकर यह अच्छा टेस्ट था.’