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कुंबले ने की थी खराब फिटनेस वाले खिलाड़ियों का पैसा काटने की मांग

आखिर क्या है कुंबले के इस्तीफे की असली वजह?

Bhasha

टीम इंडिया के कोच पद से अनिल कुंबले की विदाई के बाद अब उनके कार्यकाल से जुड़ी नई-नई बातें सामने आ रही हैं.  ताजा जानकारी के मुताबिक कुंबले ने बोर्ड से खिलाड़ियों को मिलने वाले वेतन में से 20 फीसदी हिस्सा उनकी फिटनेस के साथ जोड़ने का प्रस्ताव दिया था. इसका मतलब था कि कुंबले खराब फिटनेस वाले क्रिकेटरों का पैसा कटवाना चाहते थे.

इसके अलावा उन्होंने अपने और बाकी सपोर्ट स्टाफ के वेतन में इजाफे की मांग थी. कुंबले ने अपने लिए  टीम  इंडिया के कप्तान यानी विराट कोहली की आमदनी की 60 फीसदी की रकम के बराबर मेहनताने की मांग की थी


अनिल कुंबले ने बोर्ड के साथ  कॉट्रैक्ट्स को दोबारा निर्धारित करने के लिए बीसीसीआई को जो 19 पन्ने का प्रस्ताव दिया था, उसमें वेतन को सबसे अधिक तरजीह दी गई थी. इस दस्तावेज में आईपीएल से राष्ट्रीय कोचों की कमाई का समर्थन किया गया था

कुंबले ने साथ ही सुझाव दिया था कि खिलाड़ियों के केंद्रीय अनुबंध का 20 प्रतिशत हिस्सा उनकी फिटनेस के  स्तर पर आधारित होना चाहिए.

कुंबले ने यह दस्तावेज 21 मई को आईपीएल फाइनल के दौरान प्रशासकों की समिति यानी सीओए को सौंपा था.इस दस्तावेज में कुंबले ने सहायक स्टाफ के वेतन में इजाफे का प्रस्ताव दिया है।

कुंबले ने अपना साढ़े छह करोड़ के मौजूदा वेतन को बढ़ाकर साढ़े सात करोड़ रूपये करने का सुझाव दिया है और कप्तान की अनुमानित आय का 60 प्रतिशत. कुंबले ने टीम के प्रदर्शन के आधार पर अपने वेतन का 30 फीसदी वैरिएबल बोनस के तौर पर मांगा था

कुंबले ने  सपोर्टिंग स्टाफ के लिए पैसों में इजाफे की मांग की थी. बैटिंग कोच संजय बांगड़ का वेतन एक करोड़ से बढ़ाकर ढाई करोड़ और फील्डिंग कोच आर श्रीधर को मौजूदा एक करोड़ की जगह एक करोड़ 75 लाख रूपये देने की मांग की थी।

सीओए को भेजे गए कुंबले के इन प्रस्तावों के सामने आने से अब सवाल यह भी है कि क्या कुंबले की विदाई की वजह दो बड़े क्रिकेटरों के अहम का टकराव ही नहीं बल्कि कुछ और भी थी..