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विराट कोहली का वक्त शुरू होता है अब... विदेशी धरती पर होगी अग्नि परीक्षा

कोहली -शास्त्री की जुगलबंदी पर रहेंगी आलोचकों की निगाहें.

Sumit Kumar Dubey

अंग्रेजी में कहावत है ‘विद ग्रेट पावर कम्स ग्रेट रिस्पॉन्सिबिलिटी’ यानी आपके पास जितनी ताकत होती होती उतनी ही बड़ी जिम्मदारी भी होती है. आज की तारीख में यह कहावत टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली पर एकदम सटीक बैठती दिख रही है.

टीम इंडिया के कोच को लेकर हुई किच-किच और उसके बाद रवि शास्त्री के सेलेक्शन ने यह साबित कर दिया है विराट कोहली भारत के अब तक के सबसे ताकतवर कप्तान हैं. कप्तानों के अपने पसंदीदा खिलाड़ी को टीम में रखने के लिए अड़ने की तो अब तक कई नजीर मिल जाएंगी लेकिन यह पहला वाकया है जब एक कप्तान ने अपनी पसंद के कोच की नियुक्ति करवाई हो. रवि शास्त्री का टीम इंडिया का कोच बनना विराट कोहली ताकत का परिचायक तो है, लेकिन इसके साथ ही शास्त्री की नियुक्ति ने बतौर कप्तान कोहली के सफर को अब और ज्यादा मुश्किल बना दिया है.


अब कोहली को देनी होगी अग्निपरीक्षा

अब बल्लेबाजी के साथ-साथ कोहली की कप्तानी को भी हर वक्त अग्निपरीक्षा से गुजरना होगा. हालांकि कोहली–शास्त्री की जुगलबंदी की पहली परीक्षा तो आसान रहने वाली है. टीम इंडिया इसी महीने श्रीलंका के दौरे पर रवाना होगी. हाल ही में जिम्बाब्वे जैसे कमजोर टीम से हार चुकी श्रीलंका को मात देकर शास्त्री जीत के साथ अपनी इस नई पारी की शुरुआत कर सकते हैं. वैसे दो साल पहले शास्त्री–कोहली की जोड़ी ने 22 साल बाद श्रीलंका में सीरीज जीत का दीदार कराया था.

इसके बाद टीम इंडिया को पाकिस्तान के साथ सीरीज खेलनी है जिसके आयोजित होने की उम्मीद ना के बराबर है. इस परिस्थिति में बोर्ड ने श्रीलंका और न्यूजीलैंड की टीमों को बुलाने का प्लान तैयार कर लिया है. यह सीरीज भी कोहली के लिए आसान साबित हो सकती हैं. लेकिन उसके बाद कोहली और शास्त्री की असली अग्निपरीक्षा शुरू होगी.

साउथ अफ्रीका के दौरे से होगी शुरुआत

अगले साल यानी 2018 की शुरुआत में टीम इंडिया साउथ अफ्रीका के दौरे पर जाएगी. अफ्रीका धरती पर भारत को चार टेस्ट,पांच वनडे और दो टी20 मुकाबले खेलने हैं. साउथ अफ्रीका को उसी की धरती मात देना बेहद मुश्किल काम है. टीम इंडिया 2013-14 के साउथ अफ्रीकी दौरे पर हार कर ही लौटी थी. हालांकि कोहली ने उस दौरे में एक टेस्ट शतक जरूर लगाया था.

इसके बाद टीम इंडिया जून 2018 में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने इंग्लैंड जाएगी. इससे पहले इंग्लैंड में 2014 में भारतीय टीम सीरीज तो हारी ही थी साथ ही विराट कोहली भी पांच मैचों की सीरीज में 13.40 की मामूली औसत से महज 134 रन ही बना सके थे. इसके बाद चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने के लिए टीम इंडिया दिसंबर 2018 में ऑस्ट्रेलिया जाएगी.

वर्ल्डकप 2019 से पहले ये वो बड़ी सीरीज होंगी जो बतौर कप्तान कोहली की किस्मत को बना या मिटा सकती हैं. हालांकि कोहली के लिए अच्छी बात यह है कि उनके पास राहुल द्रविड़ और जहीर खान जैसे अनुभवी कोचों का साथ भी होगा. लेकिन सवाल यह भी है क्या टीम इंडिया के सुपरस्टार कल्चर का द्रविड़ और जहीर जैसे कोचों के साथ सामंजस्य बैठ पाएगा या नहीं.