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फील्ड पर खेल के लिए नहीं बल्कि इस वजह से कोच आचरेकर ने की थी सचिन की तारीफ!

क्रिकेट खेलने के दौरान सचिन को हमेशा इस बात का मलाल रहता था कि उनके गुरु ने कभी उन्हें वेलडन नहीं कहा

FP Staff

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के गुरु रमाकांच आचरेकर का बुधवार को निधन हो गया. आचरेकर की कोचिंग में ही सचिन तेंदुलकर ने अपने खेल को निखारा था. उन्हीं की सीख पर चलकर उन्होंने महान बल्लेबाज बनने का सफर पूरा किया. अपने करियर के दौरान सचिन ने बल्लेबाजी के कई कीर्तिमान स्थापित किए थे, लेकिन वे हमेशा अपने गुरु से अपनी प्रशंसा सुनने के लिए तरसते रहे.

क्रिकेट खेलने के दौरान सचिन को हमेशा इस बात का मलाल रहता था कि उनके गुरु ने कभी उन्हें वेलडन नहीं कहा. हालांकि आखिरकार वह दिन भी आया, जब सचिन ने गुरु आचरेकर से वह सुना जो वो सुनना चाहते थे. सितंबर 2013 में सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट को अलवीदा कहा था. सचिन ने जिस दिन अपना आखिरी मैच खेला उसी दिन भारत सरकार ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की थी.


सचिन को भारत रत्न मिलने की घोषणा के बाद एक चैनल के साथ बात करते हुए रमाकांत आचरेकर की बेटी कल्पना ने बताया था कि पिताजी इस खबर से बेहद खुश हैं और उन्होंने सचिन तेंदुलकर को बधाई देने के साथ-साथ वेलडन भी कहा है.

बता दें कि सचिन के अलावा विनोद कांबली, समीर दीघे, प्रवीण आमरे, चंद्रकांत पंडित और बलविंदर सिंह संधू सरीखे कई दिग्गज क्रिकेटरों ने भी रमाकांच आचरेकर की कोचिंग में अपने खेल को निखारा था. बताया जाता है कि जब सचिन बेहतर परफॉर्म करते थे तो उनके गुरु ईनाम के तौर पर उन्हें वड़ा-पाव देते थे.