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जन्मदिन विशेष: आसान नहीं था 'बॉल गर्ल' से सबसे तेज 'बॉलर' बनने का झूलन का सफर

25 नवंबर को झूलन गोस्वामी 35 वर्ष की हो गई हैं

Riya Kasana

1997 का महिला क्रिकेट विश्वकप इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया  कोलकाता के इडन गार्डन्स के मैदान पर विश्व विजेता का खिताब जीतने के लिए खेल रही थी. इस मैच को देखकर कोलकाता की 14 साल की एक लड़की ने भी सपना देखा कि एक दिन वो भी ऐसे ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश के लिए खेलेगी. पांच साल बाद इंग्लैंड के खिलाफ खेलने के लिए भारतीय टीम में इस लड़की का चयन हुआ. 5 फुट इंच 11 इंच की यह लड़की 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकती थी जो बल्लेबाजों को अच्छी मुश्किल में डाल देती थी. नाम झूलन गोस्वामी.

25 नवंबर को झूलन गोस्वामी 35 वर्ष की हो रही हैं. भारतीय महिला क्रिकेट में बड़ा नाम है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत का नोम रोशन करने वाली झूलन दूनिया में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली खिलाड़ी हैं.


लड़को के साथ खेला करती झूलन गोस्वामी

बचपन में झूलन पड़ोस के लड़कों के साथ क्रिकेट खेला करती थीं. जब उनके साथ खेलती थीं तो वे उन्हें गेंदबाजी नहीं करने देते थे क्योंकि वह बहुत धीमी गति से गेंद फेंका करती थीं और बच्चे उनकी गेंद पर चौक्के-छक्के लगाते. लड़के झूलन की गेंदबाजी का मजाक बनाया करते थे.

झूलन ने हार नहीं मानी उन्होंने अपनी गेंदबाजी की ओर ध्यान देना आरम्भ किया. इसके बाद एम.आर.एफ. एकेडमी से ट्रेंनिग लेकर झूलन ने कुछ टिप्स प्रसिद्ध खिलाड़ी डेनिस लिली से भी लीं. झूलन ट्रेनिंग के लिए हर रोज 80 किमी लोकल ट्रेन में सफर करती थी. जब उनकी ट्रेन छूट जाती थी तो वह अकेले गांव के मैदान में प्रेक्टिस करती थी. इसके बाद उनकी मेहनत रंग लाई और वह 120 कि.मी. प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी करने लगीं जितनी गति प्राय: पुरुषों की टीम में होती है.

सबसे तेज गेंदबाज

झूलन ने अपना पहला टैस्ट मैच लखनऊ में इंग्लैंड की टीम के विरुद्ध 14-17 जनवरी 2002 को खेला था. तब वह केवल 18 वर्ष की थीं. बॉल गर्ल से शुरू हुआ झूलन का सफर आज भी जारी है और उम्मीद है वह और कई रिकॉर्ड भारतीय टीम की झोली में डालेंगी.इसी साल मई में झूलन गोस्वामी महिला क्रिकेटरों में दुनिया की सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली वनडे गेंदबाज हैं. 153 मैचों में 181 विकेट लेकर उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की कैथरिन को पीछे छोड़ दिया जिन्होंने 180 विकेट लिए थे.

उन्हें 2007 में आईसीसी वूमन प्लेयर ऑफ़ द ईयर चुना गया था. ये वो साल था जब किसी भारतीय पुरुष क्रिकेटर को आईसीसी का अवॉर्ड नहीं मिला था. झूलन की गेंदबाज़ी की गति 120 कि.मी. प्रति घंटा है जो विश्व महिला क्रिकेट में सर्वाधिक है . उन्हें आईसीसी. द्वारा विश्व की सबसे तेज महिला गेंदबाज आंका गया.

पुरस्कार, सम्मान और शीर्षक

2007 - वर्ष का आईसीसी महिला क्रिकेटर

2010 - अर्जुन पुरस्कार

2012 - पद्म श्री

मई 2017 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेनी वाली खिलाड़ी