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क्‍या जम्‍मू कश्‍मीर को मिलेगी आईपीएल की मेजबानी?

2015 के बाद पहली बार जम्‍मू कश्‍मीर रणजी ट्रॉफी मैच सहित नेशनल स्‍तर के मैचों की मेजबानी करने के लिए तैयार है

FP Staff

जम्‍मू कश्‍मीर का नाम आते ही सबकी आंखों के सामने मैदान पर खेला जाने वाला क्रिकेट नहीं, बल्कि सड़को पर आए दिन खेला जाने वाले खेल घूमने लगता है, लेकिन जम्‍मू कश्‍मीर के नए राज्‍यपाल सत्‍यपाल मलिक इस दृश्‍य को बदलने की कोशिश में लगे हैं और इसी कोशिश में उन्‍होंने आईपीएल के चेरयमैन राजीव शुक्‍ला से भी मुलाका की, ताकि आईपीएल में जम्‍मू कश्‍मीर की भी खुद एक टीम हो और वहां की वादियां भी दूसरी टीमों का स्‍वागत कर सके. देश के सबसे सेंसिटिव जगह में खेल के स्‍तर को सुधारने की एक कड़ी में राज्‍यपाल मलिक चाहते हैं कि जम्‍मू कश्‍मीर को भी आईपीएल की मेजबानी का मौका मिले.

एक समय इंटरनेशनल मैचों की मेजबानी कर चुका जम्‍मू कश्‍मीर बीच के इस हालात में पहुंच चुका था कि वह घरेलु टूर्नामेंट की भी मेजबानी करने में असफल था, लेकिन अब वह 2015 के बाद पहली बार रणजी ट्रॉफी मैच सहित नेशनल स्‍तर के मैचों की मेजबानी करने के लिए तैयार है. जम्‍मू कश्‍मीर से अब मंजूर डार जैसे खिलाड़ी भी निकल रहे हैं, जो आईपीएल तक पहुंचे. हालांकि अभी भी वहां क्रिकेट को लेकर काफी काम होना बाकी है और इसी के लिए मलिक भी लगातार कोशिश कर रहे हैं. सत्‍यपाल को जम्‍मू कश्‍मीर के राज्‍यपाल की कुर्सी संभाले अभी ज्‍यादा समय भी नहीं बिता है कि वह वहां के युवाओं  को खेल से जोड़ने के काम में जुट गए.


जम्‍मू कश्‍मीर ने क्रिकेट टैलेंट को बढ़ाने के लिए वहां आईपीएल मैच की मेजबानी और जम्‍मू कश्‍मीर की खुद की आईपीएल टीम के लिए मलिक लगातार कोशिश कर रहे हैं और इसी के लिए उन्‍होंने कुछ दिन पहले आईपीएल के चेयरमैन राजीव शुक्‍ला से भी मुलाकात की थी. इंडियन एक्‍सप्रेस को दिए इंटरव्‍यू में मलिक ने कहा कि आईपीएल के चेयरमैन को कहा और एक बार जब हमारे स्‍टेडियम वापस से तैयार हो जाएंगे, उसके बाद मैं उन्‍हें हमें आईपीएल मैच की मेजबानी करने का मौका देने के लिए कहूंगा. उन्‍होंने कहा कि हम लोग जम्‍मू कश्‍मीर की आईपीएल टीम लाने  की कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए बाहर से कोच भी लाना है. गौरतलब है कि जम्‍मू कश्‍मीर से परवेज रसूल और मंजूर डार जैसे खिलाड़ी भी निकले हैं और वहां दो अच्‍छे स्‍टेडियम भी हैं. एक स्‍टेडियम श्रीनगर में और दूसरा जम्‍मू में. श्रीनगर स्‍टडेडियम में तो 80 के दशक में दो इंटरनेशनल मैच भी हुए थे. लेकिन इसके बाद वहां क्रिकेट का स्‍तर खराब होता ही चला गया और कई झटकों के कारण स्‍टेडियम इस हालात में पहुंव गए कि वहां इंटर स्‍टेट मैच की नहीं करवाया जा सकता.