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आईपीएल ऑक्शन: पूरा पर्स खाली करके भी सबसे कम खिलाड़ी खरीद सकी शाहरुख खान की टीम

केकेआर अपना पूरा बजट खर्च कर दिया और इसके खाते में बस 19 खिलाड़ी ही आए, क्या भारतीय बल्लेबाजों को स्क्वॉयड में शामिल करने में चूक गई शाहरुख खान की टीम!

FP Staff

आईपीएल के 10 साल पूरे होने के बाद अब इस साल से शुरू हो रहे 11 वें सीजन के लिए सभी आठ टीमों की नई तस्वीर सामने आ चुकी है. बेंगलुरू में दो दिन तक चली नीलामी में आठों टीमों ने कुल 169 खिलाड़ियों को खरीदकर अपनी अपनी टीम को नया रंगरूप दे दिया है. अच्छे और किफायती खिलाड़ियों को खरीदने के लिए सभी टीमों में जमकर रणनीति बनाई जो नीलामी के दौरान दिखाई भी दी. इस नीलामी के बाद एक टीम ऐसी नजर आ रही है जैसे उसकी रणनीति में कोई चूक हो गई हो.


वह टीम है कोलकाता नाइट राइडर्स यानी केकेआर. फिल्म अभिनेता शाहरुख खान सह-स्वामित्व वाली यह टीम इस नीलामी में इकलौती ऐसी टीम रही जसने अपने कोटे के सभी पैसे खर्च करके सबसे कम यानी 19 खिलाड़ी ही खरीदे यानी मिनिमम खिलाड़ियों की संख्या 18 से बस एक ज्यादा. यही नहीं इस टीम के कप्तान की स्थिति भी अब तक स्पष्ट नही हो सकी है.

दो बार की आईपीएल चैंपियन केकेआर की टीम स्ट्रक्चर उसी वक्त खबरों में आ गया था जब उसने अपने कप्तान गौतम गंभीर को रिटेन करने की बजाय वेस्टइंडीज के सुनील नरेन और आंद्रे रसेल को रिटेन किया था. इसके बाद जब नीलामी में दिल्ली ने गौतम गंभीर की 2.8 करोड़ रुपए की अधिकतम बोली लगाई तो भी केकेआर ने उन्हें रिटेन करने के लिए राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल नहीं किया.

ककेआर ने अपना पैसा क्रिस लिन और मिचेल स्टार्क जैसे खिलाड़ियों को खरीदने में लुटाया. लिन को 9.6 करोड़ रुपए और स्टार्क को खरीदने में इस टीम ने 9.4 करोड़ रुपए खर्च कर दिए. यही नहीं अंडर 19 टीम इंडिया के खिलाड़ियों शुभमन गिल, कमलेश नगरकोटी, शिवम मावी को मोटी रकम में खरीदा गया.

सुनील नरैन, आंद्रे रसेल क्रिस लिन और मिचेल स्टार्क निश्चित तौर पर मैच विनर खिलाड़ी हैं लेकिन इनकी गैरमौजूदगी में इस टीम के बाकी सदस्यों पर नजर डालें तो फिर कोई बैकअप प्लान नजर नही आता है.

बल्लेबाजी बन सकती है सबसे बड़ी कमजोरी

केकेआर की टीम में जो सबसे बड़ी कमजोरी दिख रही वह है इसकी बल्लेबाजी. टीम ने रॉबिन उथप्पा और दिनेश कार्तिक को हासिल करने में भी अच्छी खासी रकम खर्च कर दी.

गेंदबाजी के मोर्चे पर तो यह टीम ठीकठाक दिख रही है. तेज गेंदबाजी के अलावा फिरकी गेंदबाजी में भी खूब पैसा खर्च किया गया है लेकिन बल्लेबाजी इस टीम के लिए समस्या बन सकती है.

दिनेश कार्तिक और रॉबिन उथप्पा के अलावा इस टीम में और कोई जांचा-परखा-खरा भारतीय बल्लेबाज नहीं है. प्लेइंग इलेवन बस चार विदेशी खिलाड़ी ही खेल सकते हैं. लिहाजा इस टीम को बल्लेबाजी के मोर्चे पर इशांक जग्गी, शुभमन गिल, नीतिश राणा, रिंकू सिंह, और कमलेश नगरकोटी के भरोसे बड़े स्कोर खड़े करने की उम्मीद करनी होगी.

केकेआर के कर्ता-धर्ता इस नीलामी में अपने फैसलों को भविष्य के मद्देनजर एक इन्वेस्टमेंट के तौर पेश जरूर कर रहे है ऐसे में अब उनका यह इन्वेस्टमेंट कितना कारगर होता है यह इस सीजन में नजर आ जाएगा.