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IPL Auction 2018 : ‘कांग्रेस’ ने उठाया खिलाड़ियों की खरीद-फरोख्त पर सवाल

कांग्रेस के मनीष तिवारी ने उठाया सवाल, वीरेंद्र सहवाग ने भी आईपीएल की खरीद-फरोख्त पर किया मजाक

FP Staff

आईपीएल जबसे शुरू हुआ है, उसमें ऑक्शन यानी नीलामी पर सवाल उठते रहे हैं. कई खिलाड़ी भी मानते रहे हैं कि इस तरह किसी बाजार की तरह खिलाड़ियों को नीलाम करना ठीक नहीं है. हालांकि हर सीजन के बाद इस तरह की आवाजें मंद पड़ती गई हैं. इस बार एक आवाज उठी है. वो कांग्रेस की है. हालांकि आवाज पार्टी की तरफ से नहीं है. लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने सवाल उठाया है. मनीष तिवारी यूपीए सरकार में मंत्री रहे हैं और पार्टी के प्रवक्ता हैं.

शनिवार की सुबह जब आईपीएल ऑक्शन शुरू हुआ, तो मनीष तिवारी ने ट्वीट किया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि क्या इंसानों की नीलामी (आईपीएल खिलाड़ी पढ़ें) ठीक है? उन्होंने आगे लिखा कि इंसानों की नीलामी आदि युग या असभ्य समाज में हुआ करती थी. क्या स्किल और टैलेंट को परखने का कोई बेहतर तरीका नहीं है?  मनीष तिवारी के इस ट्वीट का रीट्वीट करने वालों में महान क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी भी हैं, जो हमेशा से आईपीएल नीलामी के खिलाफ रहे हैं.


 

सिर्फ आईपीएल ही नहीं, अब ज्यादातर लीग में खिलाड़ियों को टीम में रखने का यही तरीका अपनाया जाता है. हालांकि बाकी खेलों के ऑक्शन क्रिकेट जितने भव्य स्तर के नहीं होते. भारत में क्रिकेट के अलावा हॉकी, बैडमिंटन, कुश्ती जैसे खेलों की लीग होती हैं. इन सभी में खिलाड़ियों को लेने का तरीका ऑक्शन ही है.

मनीष तिवारी के अलावा ऑक्शन में शामिल एक शख्स के ट्वीट ने भी ध्यान खींचा है. वो हैं वीरेंद्र सहवाग. हालांकि सहवाग ने अपने ट्वीट में आलोचना नहीं की है. लेकिन इस तरीके का मजाक जरूर उड़ाया है. खरी-खरी कहने के लिए मशहूर सहवाग ने ट्वीट किया कि बचपन में सब्जी खरीदने जाते थे तो मां बोलती थीं ठीक दाम में लाना. और आज आदमी खरीद रहे हैं. फर्क ये है कि अब ऑनर बोलते हैं कि सही दाम में खरीदना.

जाहिर है कि इसमें सहवाग ने आलोचना तो नहीं की है. लेकिन खिलाड़ियों के ऑक्शन की तुलना सब्जी खरीदने से जरूर कर दी है. यकीनन, जब भी आईपीएल ऑक्शन होगा, तब इस तरह के सवाल उठेंगे. लेकिन अब लगता नहीं कि इन सवालों से आईपीएल के बाजार में शामिल किसी भी शख्स को कोई फर्क पड़ता होगा.